ब्यूरो रिपोर्ट: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘सेफ सिटी परियोजना का एलान किया, लेकिन उधर आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी ने क्यों सरकार पर निशाना साध दिया, ओर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। आज समझेंगे क्या पूरी खबर लेकिन पहले जान लेते हैं। की आखिर योगी सरकार सेफ सिटी परियोजना में ऐसा क्या कर दिया, जो विपक्ष को इतना गुस्सा आ गया, कि गृह मंत्री अमित शाह तक बात पहुंच गई हैं। बता दे की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘सेफ सिटी परियोजना’ की सफलता में जनसहयोग का आह्वान किया है. जिसमे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में शासन के निर्देश पर जिले में रात आठ बजे के बाद कोई कोचिंग संस्थान और अन्य शैक्षणिक संस्थान नहीं खोले जाएंगे।
यह निर्णय सेफ सिटी योजना के तहत छात्राओं को सुरक्षित माहौल देने के उद्देश्य से लिया गया है। ये योजना प्रदेश के 18 महानगरों में लागू की गई हैं, जिसमें गाजियाबाद भी शामिल है। अब रात 8 बजे के बाद जिले में चल रहे कोचिंग सेंटर में छात्राओं को नहीं पढ़ाया जा सकेगा। ये जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से दी गई है। ‘सेफ सिटी परियोजना’ के प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, चौक-चौराहों, सरकारी व निजी अस्पतालों, शिक्षण संस्थानों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगाए जाएं. आम जन, व्यापारियों, संस्थान संचालकों को जागरूक कर उन्हें क्राइम कंट्रोल में सीसीटीवी के महत्व को बताया जाए और सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग अपनी सुविधानुसार अपने सीसीटीवी फुटेज का डेटा अपने पास ही सुरक्षित रख सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आवश्यकता पड़ने पर फुटेज केवल पुलिस को ही उपलब्ध कराई जाएगी. इस दौरान सीएम ने कहा कि इसके अतिरिक्त, जहां आवश्यकता हो, वहां नगर निगम, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अथवा स्थानीय प्रशासन व पुलिस द्वारा भी सीसीटीवी लगाए जाने के निर्देश दिए। सरकार की इस योजना का मकसद बहन बेटियों की सुरक्षा व् होने वाली अप्रिय घटना को रोकने को लेकर कहां गया हैं। लेकिन सरकार ने जैसे इस योजना को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए तो आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी ने उस पलटवार कर दिया। और ट्वीट करते हुए लिखा ।
कि यूपी सरकार ने नोएडा को सुरक्षित बनाने की आड़ में देर रात निजी कोचिंग कक्षाओं पर रोक लगाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं! यूपी की सड़को पर रात में आभूषण पहनकर घूमने वाली लड़कियो के बारे में श्री अमित शाह के दावे का क्या हुआ ? बता दे की यूपी में विधानसभा चुनाव के दौरान गृह मंत्री अमित ने मंच से ये बयान दिया था, जिसकी चर्चा उस दौरान भी खूब हुई थी। वही विपक्ष लगातार यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर हमलावर रहता हैं, ऐसे में जयंत चौधरी ने कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाते हुए। सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया हैं। 28 नवंबर से यूपी में विधानसभा सत्र की भी शुरुआत होने जा रही हैं।
ऐसे में विधानसभा सत्र के दौरान भी सत्ता व् विपक्ष के बीच कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से जुबानी जंग देखी जा सकती हैं। हालांकि ये अभी देखना होगा की सर्कार की ओर से जयंत चौधरी के ट्वीट के बाद क्या कोई जवाब आता हैं या नहीं।