ब्यूरो रिपोर्ट: 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई साथ लड़ने का वादा करने वाले दो पूर्व साथी अखिलेश यादव व् जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) की राहे अब अलग- अलग हो गई हैं। लेकिन इन दूरियों को खत्म करने के लिए सपा महासचिव चाचा शिवपाल यादव अभी भी प्रयासरत हैं। क्योकि राज्यसभा चुनाव के लिए यूपी से भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया है. इसके बाद ही सपा को तीसरे उम्मीदवार के जीतने की उम्मीद कम नजर आने लगी हैं।
बता दे की राज्यसभा में दस सीटों के लिए हो रहे चुनाव में भाजपा ने अपना आठवां उम्मीदवार उतारकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है. दूसरी ओर समाजवादी (SP) पार्टी गठबंधन के सहयोगियों ने बगावती तेवर दिखाकर ओर मुश्किलें बढ़ा दी है। जहाँ इसी सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य व् पल्लवी पटेल इन दिनों नाराज हैं।
Jayant Chaudhary व स्वामी प्रसाद बिगड़ देंगे खेल
तो वही जयंत चौधरी और सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के जाने से भी समाजवादी पार्टी का गेम बिगड़ गया हैं। इस बीच जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) और स्वामी प्रसाद मौर्य से चाचा शिवपाल यादव ने मार्मिक अपील की हैं। बता दे की शिवपाल यादव ने राज्यसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय लोकदल से सपा (SP) प्रत्याशी पक्ष में वोट करने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को सपा ने ही राज्यसभा भेजा था. चौधरी चरण सिंह किसानों की लड़ाई में कभी झुके नहीं और सपा ने भी किसानों की लड़ाई हमेशा लड़ी है.’ मीडिया से बातचीत के दौरान शिवपाल ने कहां ‘चौधरी चरण सिंह की सेकुलर विचारधारा थी। चौधरी जयंत को भी उसी विचारधारा पर चलना चाहिए। अगर जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) सेक्युलर हैं तो उन्हें सपा को राज्यसभा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट करना चाहिए।
हालांकि सपा अपील जरूर कर रही हैं, लेकिन जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) अब गठबंधन में कुछ आगे ही निकल चुके हैं। जयंत ने अपने विधायकों की दिल्ली कार्यालय पर बैठक बुलाकर पार्टी में एकता का संदेश दिया भी हैं। और सीधे तौर पर अपने विधायकों को एनडीए को स्पॉट करने के लिए भी स्पष्ट कह दिया हैं। उधर सुभासपा पहले ही एनडीए के समर्थन का ऐलान कर चुकी हैं।
हालांकि कई दिनों तक एक खबर भी सामने आई थी कि रालोद विधायकों में टूट पड़ी हैं , इसके पीछे तर्क दिया जा रहा था कि सपा के 4 नेताओ को रालोद ने विधायक बनाया था, अब ये राज्यसभा में सपा को समर्थन कर सकते हैं, दूसरी तरह सुभासपा के भी 3 विधायकों के सपा के पक्ष में वोट करने की चर्चा सुनने को मिली थी। लेकिन फिलहाल संजय सेठ जो राज्यसभा में बीजेपी की और से आठवे प्रत्याशी बनाए गए हैं, माना जा रहा हैं, की संजय सेठ की सपा में अच्छी पकड़ हैं।
इसीलिए सपा के कुछ अंदरखाने विधायक भी संजय सेठ के समर्थन में वोट कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो सपा के 2 सदस्य ही राज्यसभा में जीत पाएंगे। और बीजेपी अपने आठवें सदस्य को राज्यसभा में जीत दर्ज कराने में कामयाब होगी। यही वजह हैं की चाचा शिवपाल यादव को अब मार्मिक अपील विपक्षी नेताओं ने करनी पड़ रही हैं।
बता दे की 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के इंडिया गठबंधन से अलग होने पर विपक्ष की उम्मीद को तगड़ा झटका लगा हैं। पश्चिम उत्तरप्रदेश में तो समाजवादी पार्टी के सामने कई सीटों पर जमानत जप्त होने तक भी खतरा मंडरा रहा हैं। ऐसे में ये चुनाव भले ही राज्यसभा का हो लेकिन इसका असर आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी देखने को मिलेगा।