ब्यूरो रिपोर्टः इजरायल और हमास के बीच बीते तीन हफ्ते से जंग जारी है और इस दौरान दोनों तरफ से हजारों लोगों की जान जा चुकी है. आपको बता दे कि हमास ने बीते 7 अक्टूबर इजरायल पर हमला कर दिया था. जिसके बाद इजरायल की सरकार ने फिलिस्तीनी इस्लामवादियों की हत्या और अपहरण की घटनाओं के जवाब में हमास को नष्ट करने की कसम खाई थी, आपको बता दे कि हमास-इजरायल पर राजनीतिक दलो ने भी अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी थी, जिसके बाद हमास-इजरायल का मुद्दा राजनीतिक का भी मुद्दा बन गया था, जिसकी चर्चा सियासी गलयारो में तेजी के साथ फैल रही है।
दरअसल इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के दौरान इजरायली सेना युद्ध के दूसरे चरण की तैयारी में जुटा हुआ है. इसके लिए इजरायली सेना गाजा पट्टी में घुसपैठ भी करना शुरू कर दिया है. फिलिस्तीन के न्यूज़ एजेंसी वफा के मुताबिक पिछले 24 घंटें में इजरायल में 3 बार गाजा पट्टी में घुसपैठ किया है. इस दौरान एक सर्वे प्रकाशित किया है, आपको बता दें कि इस वक्त हमास के कैद में लगभग 224 लोग कैद में है।
इसकी वजह से इजरायली लोग गाजा में अगले चरण की हमले को लेकर इंतजार करने की बात कर रहे हैं. इस तरह से हमास समूह के खिलाफ जवाबी हमले के नियोजित अगले चरण के लिए इजरायली समर्थन में गिरावट का संकेत दे सकता है.हमास ने बीते 7 अक्टूबर इजरायल पर हमला कर दिया था. इसके बाद इजरायल की सरकार ने फिलिस्तीनी इस्लामवादियों की हत्या और अपहरण की घटनाओं के जवाब में हमास को नष्ट करने की कसम खाई थी।
इस पर जब इजरायली जनता से पूछा गया कि क्या सेना को तुरंत बड़े पैमाने पर जमीनी हमले के लिए आगे बढ़ना चाहिए? इस पर 29 फीसदी इजरायलियों ने सहमति व्यक्त की, जबकि 49 फीसदी ने कहा कि इंतजार करना बेहतर होगा और 22 फीसदी लोगों ने हां-न में जवाब दिया. इजरायल के हमले से जुड़े सर्वे की जानकारी मारिव अखबार में प्रकाशित की गई थी.इससे पहले 19 अक्टूबर को एक और सर्वे प्रकाशित किया गया था।
जिसमें 65 फीसदी लोग बड़े जमीनी आक्रमण के पक्ष में थे. हालांकि, बंधकों की रिहाई को लेकर इजरायली जनता ज्यादा संवेदनशील है. इसकी वजह से वे लोग बंधकों की रिहाई को पहली प्राथमिकता दे रहे हैं. इस दौरान बड़े पैमाने पर रिहाई की व्यवस्था करने के क्षेत्रीय मध्यस्थ के कारण अब तक 4 लोगों को हमास के चंगुल से रिहा कर लिया गया है.हमास का कहना है कि गाजा पर इजरायली हमलों में करीब 50 बंधक मारे गए हैं।
एक पूर्व बंधक ने कहा कि उसे कम से कम दो दर्जन अन्य लोगों के साथ एक अंडरग्राउंड हमास सुरंग और बंकर परिसर में रखा गया था, जो इजरायली आक्रमण का केंद्र है. वहीं सर्वे को लेकर मारीव अखबार ने 522 वयस्क इजरायलियों का एक प्रतिनिधि को सैंपल की तरह इस्तेमाल किया।