ब्यूरो रिपोर्टः 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)में अब काफी कम समय रह गया है, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी- अपनी तैयारियो में जुटी हुई है, लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)के लिए I.N.D.I.A. गठबंधन की तैय़ारी जोरो शोरो पर है, इंडिया गठबधन ने रणनीतिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक हुई है, जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव, राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी शामिल हुए. इंडिया गठबंधन की इस बैठक के बाद अखिलेश यादव समेत कई नेताओं से यह सवाल पूछे गए ।
Lok Sabha Elections से पहले इंडिया गठबंधन की हुई चौथी बैठक
कि क्या बहुजन समाज पार्टी भी I.N.D.I.A. का हिस्सा होंगी? बैठक के बाद जब अखिलेश यादव से पत्रकारो ने सवाल किया तो अखिलेश यादव ने कहा कि हमे बैठक में जो कहना था हमने कह दिया, आगे इस पर विचार होगा. सभी की सहमति से फैसला होगा. हालांकि इंडिया गठबंधन की बैठक के कुछ घंटे बाद सोशल मीडिया साइट एक्स पर दो ऐसी तस्वीरें आईं जिन्होंने यह संकेत दिया है कि लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Elections) से पहले यूपी में गठबंधन ने मायावती की काट खोज ली है।
दरअसल, आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने बैठक के कुछ घंटों बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी के मुखिया शरद पवार और उनकी बेटी सांसद सुप्रिया सुले से मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की. उन्होंने इन दो तस्वीरों के साथ लिखा- आज लोकप्रिय राजनेता शरद पवार और सुप्रिया सुले से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात हुई, बता दे कि मुलाकात में देश की राजनीति पर गंभीर चर्चा हुई है, और शरद पवार से मार्गदर्शन प्राप्त किया है. एनसीपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष योगानंद शास्त्री , किसान नेता पुष्पेंद्र चौधरी व वीरेंद्र कुमार साथ रहें, ये तस्वीरें सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है।
कि बसपा की जगह यूपी में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)में इंडिया गठबंधन चंद्रशेखर आजाद को दलित चेहरे के तौर पर यूपी में पेश कर सकता है , लेकिन चंद्रेशखर आजाद की दावेदारी से जयंत चौधरी को नुकसान हो सकता है. अगर आजाद यूपी में इंडिया गठबंधन के साथ आते हैं, तो वह कम से कम 2 सीटों की मांग कर सकते हैं. जयंत चौधरी भी इसी क्षेत्र पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। ऐसे में चंद्रशेखर की एंट्री से गठबंधन में जयंत का गेम बिगड़ सकता है।
दीगर है कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी चंद्रशेखर आजाद और अखिलेश यादव के बीच गठबंधन की चर्चा थीं. बता दे कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और चंद्रशेखर आजाद के बीच मुलाकात भी हुई थी, लेकिन सीटों पर बात न बन पाने के कारण स्थिति जस की तस रही. उधर, शरद पवार की बात करें तो इसी साल अगस्त में जब उनसे बसपा चीफ मायावती के इंडिया गठबंधन में आने से जुड़ा सवाल किया गया था, उन्होने कहा था कि ‘यह पता नहीं है कि बसपा किसके पक्ष में हैं. बताया गया था कि वह भाजपा के साथ बातचीत कर चुकी हैं।
लेकिन इन सबके बीच बसपा अभी तक यही बात कहती आ रही हैं, कि वह इंडिया गठबंधन और एनडीए में शामिल नहीं होंगी. बसपा यूपी में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)अकेले दम पर ही लड़ेंगी।