ब्यूरो रिपोर्ट: पिछले कुछ वर्षों से हार्ट (Heart) अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लोगों में हृदयाघात का जोखिम बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। हृदय रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। बिगड़ी लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी के कारण हृदय (Heart) रोग का जोखिम बढ़ जाता है।
कोरोना काल के बाद से हार्ट (Heart) अटैक और कार्डियक अरेस्ट के कई मामले सामने आए हैं। इनमें से कई ऐसे केस भी हैं, जिसमें फिटनेस का ध्यान रखने वाले जिम व नियमित व्यायाम करने वाले लोग शामिल हैं। सिर्फ शरीर को हिट रखने से ह्रदय (Heart) मजबूत नहीं बनता है। दिल को मजबूत बनाने और हृदय रोग के जोखिम से बचने के लिए नियमित योग किया जा सकता है।
योगासन नाजुक Heart को बनाते है मजबूत
योग के माध्यम से उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर के हृदय गति को कम किया जा सकता है। अपनी दिनचर्या में योग आसनों को शामिल करके हार्ट अटैक और हृदय (Heart) संबंधी रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है। यह रहे ह्रदय को मजबूत बनाने वाले योगासन।
वीरभद्रासन
यह आसन कई रोगों से बचाव के लिए फायदेमंद है। शरीर के संतुलन में सुधार, सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए नियमित इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं। वीरभद्रासन रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और तनाव को कम कर सकता है। इस आसन से हार्ट रेट नियंत्रित रहता है। हृदय की क्षमता में सुधार और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए वीरभद्रासन को जीवन में शामिल करें।
धनुरासन
धनुरासन योग हृदय को मजबूत बनाने के लिए लाभकारी होता है। धनुरासन का नियमित अभ्यास हृदय की मांसपेशियां को मजबूत बनाता है, शरीर को स्ट्रेच व हृदय (Heart) पर अतिरिक्त पड़ने वाले दबाव को कम करता है। रक्त संचार में सुधार और रक्त परिसंचरण बेहतर कार्य करने में भी सहायक है।
वृक्षासन
तनाव कम करने, मस्तिष्क शांत रखने और हृदय (Heart) परोग की समस्या से बचाव के लिए नियमित वृक्षासन का अभ्यास कर सकते हैं। इस आसन से हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है।