शामली (दीपक राठी): उत्तर प्रदेश की जनपद शामली (Shamli) में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में सेकडो ग्रामीण थाने पहुंचे जहा उन्होंने पिछले दिनों हुई ताबड़तोड़ चोरियों का खुलासा न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जमकर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कुछ महीनों में चोरियों की घटनाए लगातार बढ़ी हैं। लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी शामली (Shamli) पुलिस के हाथ खाली है। जिसके चलते लोगों असुरक्षा की भावना दिखाई दे रही है।
Shamli में चोरियां का खुलासा नही कर पाई पुलिस
आपको बता दें कि शामली (Shamli) के कैराना थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। जहा अज्ञात चोरों द्वारा अलग अलग जगहों पर कई चोरियों की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। और पुलिस द्वारा बार बार किए वायदों के बाद भी किसी भी घटना को खुलासा नहीं हुआ है,जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों ग्रामीण थाना कैराना पहुंचे जहा शामली पुलिस कार्यवाही से असंतुष्ट ग्रामीणों ने जमकर धरना प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में चोरों के हौसलो के सामने पुलिस बेबस और लाचार नजर आ रही हैं। जहां करीब चार माह पूर्व शामली के गांव झाड़खेड़ी में एक घर पर छोटी की वारदात हुई थी,जिसमे अज्ञात चोरों ने लाखों रुपए के जेवरात समेत लाइसेंसी बंदूक पर अपना हाथ साफ कर दिया था, वही दस दिन पूर्व चोरों ने गांव पंजीठ में आश्रम सहित तीन घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
यह भी पढ़ेंः Muzaffarnagar के ककरौली में हुए बवाल पर पुलिस का एक्शन, चार महिलाओं समेत 28 नामजद…
जिसमे शामली (Shamli) पुलिस ने ग्रामीणों से घटना का खुलासा करने के लिए पांच दिन का समय मांगा था। लेकिन जब पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं मिली तो पुलिस ने फिर से पांच दिन का समय ओर मांगा,लेकिन दस दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं की गई तो ग्रामीणों में एकाएक आक्रोश उत्पन्न हो गया। और उन्होंने भाकियू नेताओं के साथ थाने पहुंच कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि शामली (Shamli) पुलिस द्वारा अभी तक किसी भी घटना का खुलासा नहीं किया गया है जिसके चलते क्षेत्र के लोग डर व दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि जब तक पुलिस द्वारा उक्त घटनाओं का खुलासा या फिर कोई ठोस आश्वाशन नहीं दिया जाएगा तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा ।