कुशीनगर (आसिफ खान) : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर (Kushinagar) जिले के सिधुआ बाजार में दबंगों ने कानून की धज्जियां उड़ाते हुए जिला पंचायत द्वारा बनाई गई सार्वजनिक सड़क को उखाड़कर उसका उपयोग अपनी बाउंड्री बनाने में कर लिया। यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और दबंगों के बढ़ते प्रभाव को उजागर करता है। जब जागरूक नागरिकों ने इस घिनौनी हरकत की शिकायत की तो जिला पंचायत के अधिकारी मात्र जांच की बात करते रहे, लेकिन अब तक किसी ठोस कदम का उठाया जाना बाकी है।
Kushinagar में दबंगों की दबंगाई
कुशीनगर(Kushinagar) के पडरौना तहसील के सिधुआ बाजार में 2020 में जिला पंचायत द्वारा एक सार्वजनिक सड़क का निर्माण कराया गया था। इस सड़क का उद्देश्य ग्रामीणों और स्थानीय लोगों को एक सुरक्षित और सुगम रास्ता प्रदान करना था, लेकिन कुछ माह पहले ही दबंगों ने इस सड़क को उखाड़ दिया। दबंगों ने सड़क को लगभग 10 मीटर तक उखाड़ा और इसके ईंटों से सार्वजनिक रास्ते पर बाउंड्री बना दी। नतीजा यह हुआ कि लोगों का सार्वजनिक रास्ते पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया।(Kushinagar)
प्रशासन की ढिलाई
जब इस मामले को लेकर स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन को सूचित किया और कार्रवाई की मांग की, तो अधिकारियों ने मामले की जांच कराने की बात की। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि दबंगों ने अवैध रूप से सड़क को उखाड़ कर अपनी बाउंड्री बनाई थी। हालांकि, इसके बावजूद आज तक ना तो बाउंड्री हटाई गई है और ना ही इस सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले दबंगों पर कोई कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी, अखिलेश यादव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यह कहा कि जल्द ही इस पर कार्यवाही की जाएगी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जब नागरिकों ने अधिकारियों से समय-समय पर शिकायत की, तो उनका जवाब सिर्फ यही था कि वे मामले की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे। लेकिन इससे स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है, और दबंगों का हौसला और भी बढ़ गया है।(Kushinagar)
जनता की नाराजगी
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था की चूक को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि किस तरह से दबंगों का प्रभाव सरकारी कामकाज में आड़े आ रहा है। सार्वजनिक रास्ते पर इस तरह की अतिक्रमण और प्रशासनिक लापरवाही ने स्थानीय लोगों की जिंदगी मुश्किल बना दी है। वे अब अपने रोजमर्रा के कामों के लिए संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि सड़क बंद हो जाने के कारण उन्हें लंबा और कठिन रास्ता अपनाना पड़ रहा है।(Kushinagar)
प्रशासन पर सवाल
यह घटना इस सवाल को खड़ा करती है कि आखिर क्यों दबंगों को प्रशासन द्वारा अंजाम तक पहुंचाए बिना छोड़ दिया जाता है? क्या प्रशासन ने अपना काम छोड़ दिया है या फिर यह दबंगों की ताकत के सामने नतमस्तक हो गया है? यह सवाल प्रशासन और अधिकारियों से जवाब मांगता है कि आखिर क्यों सरकारी संपत्तियों और जनता की सुविधाओं की रक्षा करने में वे नाकाम हो रहे हैं।
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यह घटना एक गंभीर संदेश देती है कि प्रशासन की ढिलाई और दबंगों की बढ़ती ताकत से किस प्रकार सार्वजनिक सुविधाओं का उल्लंघन हो रहा है। यदि इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे नागरिकों का विश्वास प्रशासन पर और कमजोर हो सकता है। अब वक्त आ गया है कि जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।(Kushinagar)