ब्यूरो रिपोर्टः उच्चतम न्यायालय से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उच्च न्यायालय की जज इक़रा हसन (iqra hassan) ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज शेखर यादव के एक विवादास्पद बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। जज शेखर यादव ने हाल ही में एक सार्वजनिक मंच पर कुछ ऐसे बयान दिए थे, जिनसे संवेदनशील मुद्दों को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ।
सांसद iqra hassan का बयान
इक़रा हसन (iqra hassan) ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि न्यायपालिका और प्रशासन के अधिकारियों को इस प्रकार के बयान देने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सार्वजनिक विश्वास पर प्रतिकूल असर पड़ता है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय से अपील की कि इस तरह के बयानों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इक़रा हसन (iqra hassan) ने आगे कहा कि न्यायपालिका का सम्मान बनाए रखना हर जज और अफसर की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर इस तरह के बयानों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह अन्य जजों और अधिकारियों को भी गलत संदेश दे सकता है।
समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन (iqra hassan) ने उत्तर प्रदेश के एक जज, शेखर यादव के बयान पर पलटवार किया है। हाल ही में जज शेखर यादव ने एक टिप्पणी की थी, जिसके बाद इकरा हसन ने उन पर प्रतिक्रिया दी। इकरा हसन ने जज के बयान को गलत और राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया। उनका कहना था कि इस तरह के बयान न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को प्रभावित कर सकते हैं।
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इकरा हसन ने स्पष्ट किया कि उन्हें इस प्रकार की टिप्पणियों से गंभीर आपत्ति है, जो समाज में नफरत और असहमति को बढ़ावा देती हैं। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका को हमेशा निष्पक्ष और बिना किसी पूर्वाग्रह के काम करना चाहिए, ताकि न्याय की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप न हो।