ब्यूरो रिपोर्ट…. सर्दियों का मौसम कई लोगों के लिए राहत और आराम का समय होता है, लेकिन कुछ लोग इस दौरान लिवर (Liver Damage) से जुड़ी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि सर्दियों में लिवर से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं और इन लक्षणों को नजरअंदाज करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है लिवर, शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, पाचन प्रक्रिया में मदद करने और खून को शुद्ध करने का काम करता है।
Liver Damage का संकेत, आप भी इग्नोर न करें ये लक्षण
सर्दियों में लिवर (Liver Damage) की समस्याएं बढ़ सकती हैं, क्योंकि ठंड के मौसम में शरीर के अंगों की कार्यक्षमता में बदलाव आता है। आइए जानते हैं कि कौन से 5 लक्षण हो सकते हैं, जो लिवर डैमेज का संकेत दें और जिन्हें पहचान कर आप सर्दी के मौसम का आनंद पूरी तरह से ले सकते हैं।
त्वचा और आंखों का पीला पड़ना
अगर सर्दी के मौसम में आपकी त्वचा और आंखों की सफेदी पीली होने लगे, तो यह लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है। लिवर की सही कार्यप्रणाली में कमी होने पर बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे यह पीला रंग नजर आता है। इसे जॉन्डिस कहा जाता है और यह लिवर (Liver Damage) की गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है।
थकान और कमजोरी
लिवर (Liver Damage) की समस्या होने पर शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है। अगर आप सर्दियों में बिना किसी कारण के लगातार थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो यह लिवर डैमेज का संकेत हो सकता है। लिवर के सही से काम न करने से शरीर में अपशिष्ट पदार्थ इकट्ठा होने लगते हैं, जिससे थकावट और कमजोरी महसूस होती है।
पेट में सूजन और दर्द
अगर आपके पेट में लगातार सूजन या हल्का दर्द महसूस हो रहा है, तो यह भी लिवर की समस्याओं का संकेत हो सकता है। लिवर में किसी प्रकार का इंफेक्शन या क्षति होने पर पेट में असुविधा होती है। सर्दियों में खासतौर पर यह समस्या बढ़ सकती है, क्योंकि शरीर में ठंड के कारण रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे लिवर की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है।
भूख न लगना व उल्टी आना
अगर सर्दी के मौसम में आपको लगातार भूख नहीं लग रही या खाने के बाद उल्टियां हो रही हैं, तो यह भी लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है। लिवर के सही से काम न करने के कारण शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण ठीक से नहीं होता, जिससे भूख कम हो जाती है और उल्टियां हो सकती हैं।
गहरे रंग का मूत्र या हल्के रंग का मल
लिवर की समस्या होने पर मूत्र का रंग गहरा पीला या भूरे रंग का हो सकता है, और मल का रंग हल्का पड़ सकता है। इसका कारण है कि लिवर से जुड़ी समस्याएं शरीर में बिलीरुबिन के असामान्य स्तर का कारण बन सकती हैं, जिससे मूत्र का रंग बदल जाता है और मल का रंग हल्का हो सकता है। अस्वीकरण: प्रिय पाठकों यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी और सलाह देता है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है।