ब्यूरो रिपोर्ट: शामली। अमृत भारत योजना में शामिल शामली रेलवे स्टेशन (Shamli Railway Station) के सुंदरीकरण का कार्य पिछड़ गया है जिस कारण आगामी 31 मार्च 2024 तक कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। हैरत की बात ये है कि साढ़े पांच महीने बाद भी रेलवे स्टेशन का साढ़े 15 करोड़ रु की लागत से 15 मी चौड़ाई का फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
नवीन भवन में स्टेशन मास्टर कंट्रोल रूम, सिग्नल इंजीनियर कार्यालय में सिस्टम लागू करने का कार्य चल रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार निर्माण कार्य पूरा होने में अभी 6 महीने से अधिक का समय लग सकता है। भारत सरकार की अमृत भारत योजना में शामली समेत दिल्ली मंडल के 33 रेलवे स्टेशन शामिल किए गए थे। बीते छह अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत योजना में शामली रेलवे रेलवे स्टेशन (Shamli Railway Station) पर 25 करोड़ रुपये की योजनाओं की आधारशिला रखी थी।
Shamli Railway Station का कार्य पिछड़ा
साढ़े पांच माह में शामली रेलवे स्टेशन के सुंदरीकरण के तहत कार्य पूरा नहीं हो सका है। सिर्फ रेलवे स्टेशन अधीक्षक कार्यालय कक्ष, कंट्रोल रूम, सिग्नल कंट्रोल रूम, सीनियर सेक्शन इंजीनियर कक्ष को नए भवन में स्थापित करने का कार्य चल रहा है। वहीं रेलवे-स्टेशन (Shamli Railway Station) पर अभी तक 15 करोड़ 55 लाख रु की लागत से 15 मी चौड़ाई का फुट ओवर-ब्रिज कार्य की फाउंडेशन कार्य शुरू नहीं कराया गया है।
रेलवे फाटक का बैरियर बटन दबाते ही खुलेगा
दिल्ली-शामली, सहारनपुर रेलवे मार्ग पर रेलवे फाटकों को चाबी लगाकर खोलना और बंद करना पड़ता है। उत्तर रेलवे ने पुराना सिस्टम बंद करके इलेक्टि्रक बैरियर सिस्टम लागू कर दिया है। नए सिस्टम के तहत शामली, ननौता और थानाभवन रेलवे स्टेशनों पर बटन दबाने के बाद ही बैरियर खुलेगा। सीनियर सेक्शन इंजीनियर के मुताबिक, बैरियर सिस्टम पर कार्य चल रहा है