ब्यूरो रिपोर्ट: शामली। मेरठ-करनाल हाईवे पर 89 रेलवे फाटक पर उपरिगामी पुल निर्माण में सर्विसलेन भूमि के लिए शामली चीनी मिल (Shamli Mill) ने 90 करोड़ रुपये मांगे हैं। इस बाबत शामली मिल के अफसरों ने उत्तर प्रदेश सेतु निगम को भूमि खरीदने का एस्टीमेट भेजा है। वहीं सेतु निगम इस एस्टीमेट को उत्तर रेलवे निर्माण खंड नई दिल्ली को भेजेगा। इसके बाद रेलवे के माध्यम से उपरिगामी पुल का एस्टीमेट उत्तर प्रदेश राज्य सरकार को भेजा जाएगा।
मेरठ-करनाल हाईवे पर 89 नंबर रेलवे फाटक समेत देश भर के उपरिगामी पुलों और रेलवे स्टेशन पुर्निर्माण की आधारशिला गत 26 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन रखी थी। उत्तर प्रदेश सेतु निगम शामली मिल (Shamli Mill) से सर्विस लेन और अंडरपास में प्रयुक्त होने वाली भूमि खरीदने के लिए एस्टीमेट मांग रहा था। उत्तर प्रदेश सेतु निगम और शामली चीनी मिल के अफसर 89 रेलवे फाटक उपरिगामी पुल के लिए भूमि की नापतौल कर चुके हैं।
Shamli Mill ने मांगे 90 करोड़ रुपये
उत्तर प्रदेश सेतु निगम के बार-बार कहने पर शामली मिल (Shamli Mill) ने उपरिगामी पुल की सर्विस लेन में प्रयुक्त होने वाली भूमि का 90 करोड़ रुपये का एस्टीमेट उत्तर प्रदेश सेतु निगम सहारनपुर को दे दिया है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के अधिशासी अभियंता सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मेरठ-करनाल हाईवे के 89 रेलवे फाटक के उपरिगामी पुल के लिए प्रयुक्त होने वाली चार हजार वर्ग मीटर भूमि का 90 करोड़ रुपये का एस्टीमेट दे दिया है।
पहले चरण के 19 अप्रैल होने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद उत्तर प्रदेश सेतु निगम सहारनपुर उत्तर रेलवे के ब्रिज निर्माण कराने वाले रेलवे के निर्माण खंड दिल्ली को यह एस्टीमेट भेज देगा। उत्तर रेलवे के निर्माण खड के अधिशासी अभियंता शिवकुमार ने बताया कि सेतु निगम का शामली के 89 रेलवे फाटक के उपरिगामी पुल का एस्टीमेट प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि 89 रेलवे फाटक के उपरिगामी पुल का एस्टीमेट का उत्तर प्रदेश राज्य सरकार को भेजा जाएगा।