Shamli में शॉकिंग क्राइम: शराब की लत ने दोस्त की जान ले ली, ई रिक्शा लूटने की साजिश
Shamli में दो शराबी दोस्तों ने अपने पुराने मित्र, ई रिक्शा चालक संदीप कर्नवाल की गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्यारों ने संदीप की ई रिक्शा लूटने के उद्देश्य से उसे मार डाला। पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार किया और उनके पास से आलकतल और मृतक की ई रिक्शा बरामद की। दोनों हत्यारे अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।
पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार किया, प्रेस वार्ता में किया खुलासा
शामली पुलिस अधीक्षक रामसेवक ने प्रेस वार्ता में बताया कि 21 मार्च को शहर कोतवाली क्षेत्र के बहावड़ी गांव के जंगलों में एक शव मिला था। पुलिस ने शव की पहचान संदीप कर्नवाल के रूप में की और तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
शराब की लत के कारण हुआ दोस्ती का कत्ल
Shamli पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हत्यारे गौरव उर्फ लक्की और सुशील, मृतक संदीप के 15-20 साल पुराने दोस्त थे। शराब की लत ने इन दोनों को संदीप की जान लेने पर मजबूर कर दिया। दोनों ने योजना बनाई कि संदीप से उसकी ई रिक्शा लूट ली जाए ताकि शराब की लत पूरी की जा सके।
तीनों ई रिक्शा से बहावड़ी गांव पहुंचे, जहां ट्यूबवेल पर शराब पीने के बाद हत्यारों ने संदीप से उसकी ई रिक्शा छीनने की कोशिश की। जब संदीप ने शोर मचाया, तो दोनों हत्यारों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ई रिक्शा को छिपा कर फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

Shamli में दोस्ती का खून! शराब के लिए किया गया हत्याकांड
Shamli में घटित इस भयावह घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि शराब की लत कभी-कभी इंसान को अपने सबसे करीबी रिश्तों को खत्म करने तक ले जा सकती है। दो शराबी दोस्तों ने अपने पुराने मित्र संदीप कर्नवाल की हत्या केवल अपनी शराब की लत को पूरा करने के लिए कर दी। यह घटना न केवल दोस्ती और विश्वास की कीमत को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है।
कि ऐसी लतें किस हद तक इंसान को अंधेरे रास्ते पर ले जा सकती हैं। पुलिस ने सफलता पूर्वक आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से हत्या में प्रयुक्त सामग्री और मृतक की ई रिक्शा बरामद कर ली। इस मामले ने यह संदेश दिया कि अपराध चाहे जितना भी संगीन हो, अंततः न्याय की प्रक्रिया में सच्चाई की जीत होती है।
इस घटना से हमें यह समझने की जरूरत है कि शराब की लत या किसी अन्य नशे की आदत से न केवल व्यक्तिगत जीवन, बल्कि रिश्ते भी प्रभावित होते हैं, और यह समाज में अपराधों की ओर भी ले जा सकती है।