ब्यूरो रिपोर्टः शामली शुगर मिल में पिछले कई दिनों से किसान (farmers) वर्ष 2022-23 के बकाया गन्ना भुगतान को लेकर धरने पर बैठे हैं लेकिन कई दौर की मीटिंग होने के बाद भी किसानों और मिल मालिकों के बीच बात नही बन पाई है। वही दूसरी और शामली की सरशादी लाल शुगर मिल को चलवाये जाने की मांग को लेकर सैकड़ो की संख्या में किसानों (farmers) ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जाकर धरना प्रदर्शन किया। किसानों की मांग है कि शुगर मिल को जल्द से जल्द चलाया जाए।
farmers का शामली जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि जो लोग शुगर मिल के अंदर धरना दे रहे हैं, उनकी मांग जायज है, लेकिन तरीका गलत है। दरअसल इसी मांग को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी सांवली अरविंद चौहान को ज्ञापन भी सौपा है। दरअसल आपको बता दें कि शामली की सर शादीलाल शुगर मिल पर वर्ष 2022-2023 के वित्तीय वर्ष का गन्ना किसानों (farmers) का करीब 163 करोड रुपए का भुगतान व 52 करोड रुपए ब्याज बकाया है। जिसकी मांग को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, किसानों के एक गुट में शुगर मिल के अंदर डेरा डाल रखा है।
और वहां पर कार्य करने वाले शुगर मिल के कर्मचारियों को मशीनों की रिपेयरिंग नहीं करने दी जा रही है। वही दूसरी ओर गुरुवार को सैकड़ो की संख्या में गन्ना किसान जिलाधिकारी अरविंद चौहान के कार्यालय पर पहुंचे और वहां पर प्रदर्शन किया। इन किसानों (farmers) की मांग है कि शुगर मिल को जल्द से जल्द चलाया जाए, क्योंकि गेहूं की फसलों की बुवाई हमारे क्षेत्र का किसान गन्ने की परोई करने के बाद ही करता है। जितनी देरी शुगर मिल को चलने में होगी, उतनी ही देरी में गेहूं की फसल बोने में होगी।
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किसान (farmers) अशोक निरवाल व सतेंद्र कुमार ने बताया कि जो किसान सूगर मिल के अंदर धरना दे रहे हैं, उनकी मांग जायद है किसानों का भुगतान पूरा होना चाहिए। लेकिन उसी के साथ-साथ वर्तमान सत्र के लिए भी गेहूं की गन्ने की पैरोई करनी है, जिसके लिए शुगर मिल का चलाया जाना अति आवश्यक है। उन्होंने इस संबंध में एक ज्ञापन जिलाधिकारी शामली अरविंद कुमार को भी सौंपा।