संभल हिंसा मामले में जियाउर्रहमान बर्क की एसआईटी पूछताछ
महबूब अली (संवाददाता): Sambhal Violence मामले में एसआईटी ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क से पूछताछ की। यह पूछताछ शाही जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले में दर्ज मुक़दमे 335/24 के संबंध में हुई। एसआईटी ने तीन घंटे तक सांसद से पूछताछ की। जियाउर्रहमान बर्क ने इस पूछताछ को न्यायालय के आदेश के तहत सहयोग देने के रूप में लिया और उन्होंने कहा कि वह पूरी प्रक्रिया में सहयोग करेंगे।
Sambhal Violence में SIT ने 3 घंटे तक की पूछताछ
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क आज नखासा थाने में एसआईटी के सामने पूछताछ के लिए पहुंचे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें बीएनएसएस की धारा 35 के तहत नोटिस भेजा गया था, जिसके कारण वह जांच में सहयोग देने के लिए आए थे। तीन घंटे की लंबी पूछताछ के बाद, सांसद बर्क घर लौट गए।
कुलदीप सिंह का बयान – एसआईटी द्वारा जांच जारी है
एसआईटी के पूछताछ प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा की विवेचना की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज की पूछताछ उसी जांच के तहत की गई है, जिसमें सांसद बर्क के बयान दर्ज किए गए हैं। यह पूरी प्रक्रिया कानूनी प्रक्रिया के अनुसार चल रही है।

जियाउर्रहमान बर्क का जांच में सहयोग देने का वादा
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने स्पष्ट किया कि वह जांच में पूरी तरह से सहयोग करेंगे। उनका कहना था कि वह किसी भी प्रकार की जानकारी छुपाने की कोशिश नहीं करेंगे और न्यायालय के आदेश के अनुसार ही कार्य करेंगे।
क्या एसआईटी की जांच में कुछ नया सामने आएगा?
अब तक की पूछताछ में सांसद बर्क ने कोई नई जानकारी देने का संकेत नहीं दिया, लेकिन जांच पूरी होने के बाद निष्कर्ष सामने आएंगे। एसआईटी की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।

संभल हिंसा मामले में एसआईटी की पूछताछ के दौरान सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पूरी तरह से सहयोग देने का वादा किया। तीन घंटे तक की पूछताछ के बाद, बर्क ने उच्च न्यायालय के आदेश के तहत जांच प्रक्रिया में भाग लिया। एसआईटी के अधिकारियों ने मामले की विवेचना करते हुए उनके बयान दर्ज किए। आगे की जांच जारी रहेगी और इस मामले में निष्कर्ष निकाले जाएंगे। सांसद बर्क का कहना था कि वह किसी भी प्रकार की जानकारी छुपाने का प्रयास नहीं करेंगे और पूरी प्रक्रिया में सहयोग करेंगे। इस मामले में एसआईटी की कार्रवाई से इस हिंसा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है, जो इस मामले के समाधान में मददगार साबित हो सकती है।