Sambhal सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर बिजली चोरी का आरोप, क्या होगा अगला कदम?
महबूब अली (संवाददाता): 19 दिसंबर को Sambhal से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के दीपासराय स्थित आवास पर बिजली चोरी का मामला विद्युत विभाग ने पकड़ा था। इस दौरान 16 किलोवाट से ज्यादा भार की खपत मिली थी। सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उनके दादा पूर्व सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के नाम पर दो-दो किलोवाट के दो मीटर लगे थे। इनमें कई महीनों से खपत जीरो थी। विद्युत विभाग ने मीटर की एमआरआई कराई, जिसमें बिजली चोरी की पुष्टि हुई।
Sambhal सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर बिजली चोरी का आरोप क्यों?
Sambhal सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी का मामला सामने आने के बाद राजनीति में हलचल मच गई है। जांच के दौरान पाया गया कि सांसद के घर पर 16 किलोवाट से ज्यादा बिजली का इस्तेमाल हुआ, जबकि उनके मीटर पर खपत शून्य दर्ज थी। यह मामला तब सामने आया जब विद्युत विभाग ने Sambhal सांसद के आवास पर मीटर की एमआरआई कराई, और इसमें बिजली चोरी की पुष्टि हुई।
सांसद के अधिवक्ता ने साक्ष्य पेश करने के लिए समय मांगा
बिजली चोरी के मामले में जब सुनवाई शुरू हुई, तो Sambhal सांसद जियाउर्रहमान बर्क के अधिवक्ता ने प्रार्थना पत्र देकर साक्ष्य पेश करने के लिए अधिक समय मांगा। हालांकि, बिजली विभाग ने अभी तक समय देने का कोई फैसला नहीं लिया है। नवीन गौतम ने बताया कि उच्च अधिकारियों से वार्ता के बाद ही यह तय होगा कि समय दिया जाएगा या नहीं।

क्या होगी आगामी कानूनी कार्रवाई?
इस मामले में अब विद्युत विभाग उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई करेगा। उच्च अधिकारियों से वार्ता के बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि Sambhal सांसद को और समय दिया जाएगा या नहीं। इस मामले में कानूनी और राजनीतिक दोनों ही दृष्टिकोणों से खास ध्यान दिया जा रहा है।
क्या इस मामले का राजनीति पर होगा असर?
बिजली चोरी के आरोप सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ लगाए गए हैं, जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकते हैं। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों ने सपा पर निशाना साधा है, जबकि सपा पार्टी इसे एक साजिश के रूप में देख रही है।
राजनीति में विवाद का नया मोड़
बिजली चोरी के आरोपों के बाद अब राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। इस घटना से Sambhal सांसद जियाउर्रहमान बर्क की छवि पर सवाल उठ सकते हैं, और राजनीतिक दबाव भी बढ़ सकता है। इस मामले में क्या कार्रवाई होगी, यह आने वाले दिनों में तय होगा। संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर बिजली चोरी का आरोप एक महत्वपूर्ण कानूनी और राजनीतिक मामला बन चुका है।
विद्युत विभाग द्वारा की गई जांच में उनके आवास पर बिजली चोरी की पुष्टि हुई है, जिसके बाद इस मुद्दे ने राजनीति में भी हलचल मचाई है। सांसद के अधिवक्ता ने साक्ष्य पेश करने के लिए समय मांगा है, और इस मामले में अब उच्च अधिकारियों के निर्देशों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे राजनीति पर भी असर पड़ सकता है।
Sambhal सांसद के खिलाफ लगे आरोपों का असर उनकी छवि पर पड़ सकता है और इससे जुड़े विवाद आगामी दिनों में और बढ़ सकते हैं। आखिरकार, यह मामला कानूनी और राजनीतिक दोनों ही पहलुओं से देखने लायक रहेगा। आने वाले समय में इस पर की जाने वाली कार्रवाई और फैसले राजनीति और कानून की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।