ब्यूरो रिपोर्ट : सहारनपुर (Saharanpur )लखनौती यमुना नदी में नहाते समय दो सगे भाई गांव कुंडा कला निवासी समद (15) और आहद (12) पुत्र कारी गुलफाम की डूबने से मौत हो गई। उनके साथी ने बचाने के लिए शोर मचाया, लेकिन जब उन्हें बाहर निकाला गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शवों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया।
Saharanpur में यमुना में नहाते समय दो भाइयों की मौत
घटना शुक्रवार दोपहर की है। समद अपने छोटे भाई आहद और पड़ोसी अनस (8) पुत्र गुलजार के साथ खेत से घास लाने के लिए यमुना नदी पार कर रहे थे। इस दौरान वह नदी में नहाने लगे। तभी आहद डूबने लगा, छोटे भाई को डूबता देख समद उसे बचाने पहुंचा, लेकिन गड्ढा इतना गहरा था कि वह भी डूब गया।
दोनों भाइयों को डूबता देख अनस ने बाहर निकलकर मदद के लिए शोर मचाया। नदी के आसपास कोई व्यक्ति नहीं दिखाई दिया, जिसके बाद अनस ने गांव में जाकर दोनों भाइयों के डूबने की जानकारी दी। परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। दोनों भाइयों की पानी में तलाश शुरू कर दी।
करीब एक घंटे बाद दोनों को बाहर निकाला गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों भाइयों की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है। आहद और समद पांच भाई-बहन थे। इनसे बड़ा एक भाई है, जबकि दो-भाई बहन इनसे छोटे हैं। पिता कारी गुलफाम कपड़ों की फेरी लगाते हैं और खेतीबाड़ी भी करते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यमुना नदी में बड़े स्तर पर खनन होता है। जेसीबी मशीनें काफी गहराई तक गड्ढा कर देती हैं। दोनों भाइयों की मौत भी गड्ढे में डूबने के कारण हुई है। यदि गड्ढा न होता तो शायद उनकी जान बच सकती थी। कई बार प्रशासन को शिकायत भी कर चुके हैं कि खनन को बंद कराया जाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं।