ब्यूरो रिपोर्ट : सहारनपुर(Saharanpur) रेलवे ने सहारनपुर(Saharanpur) के न्यू पिलखनी से पंजाब के साहनेवाल तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। अब डीएफसी पर मालगाड़ी विधिवत रूप से दौड़ेगी। अभी तक मालगाड़ियों को ट्रायल के तौर पर चलाया जा रहा था। यह 182 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर है।
Saharanpur मे डीएफसी को रेलवे से मिली मंजूरी
मालगाड़ियों के अलग संचालन के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बन रहा है। अंबाला डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के मुख्य महाप्रबंधक पंकज कुमार गुप्ता ने बताया कि 18 व 20 मार्च को रेलवे से सेफ्टी टीम ने न्यू पिलखनी से साहनेवाल तक कॉरिडोर का निरीक्षण किया था। इस कॉरिडोर पर अभी तक मालगाड़ी ट्रायल के तौर पर चलाई जा रही थी।
अब रेल मंत्रालय ने 22 मई को कॉरिडोर पर विधिवत रूप से मालगाड़ियों के संचालन के लिए लिखित आदेश जारी कर दिया है। यह कॉरिडोर केवल मालगाड़ियों के लिए ही रहेगा। इससे मुख्य लाइन पर ट्रेनों का दबाव कम हो जाएगा। मालगाड़ियों की गति में वृद्धि होगी। कई बार मालगाड़ियों की वजह से यात्री ट्रेनें आउटर या फिर रास्ते में फंस जाती हैं। खास बात यह है कि मालगाड़ियों की समय सारिणी निर्धारित होगी।
कई बार हुए ट्रायल न्यू पिलखनी से साहनेवाल और न्यू पिलखनी से खुर्जा तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर कई बार मालगाड़ी चलाकर ट्रायल किए गए। कॉरिडोर पर लोडिड और अनलोडिड मालगाड़ी चलाई गई। इसके अलावा खाली इंजन को भी दौड़ाया गया। ट्रायल सफल होने के बाद मालगाड़ियों को शुरू किया गया। यहीं नहीं अधिकारियों ने ट्रैक को बारीकी से भी जांचा।