ब्यूरो रिपोर्ट: शामली। (Shamli) एक हजार मेगावाट की क्षमता का टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट परियोजना में मरम्मत कार्य चलने से आगामी 45 दिन तक नहरों व रजबहों में पानी की आपूर्ति बंद रहेगी। टिहरी बांध से हरिद्वार और देवबंद चैनल से पूर्वी यमुना नहर में आने वाला गंगा का पानी नहीं आ पाएगा। पूर्वी यमुना नहर से शामली (Shamli) , बागपत, और गाजियाबाद जिलों के नहरों- रजबहों और माइनरों में पानी की आपूर्ति प्रभावित रहेगी। गन्ना, धान, ज्वार की फसल की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलेगा।
एक हजार मेगावाट की क्षमता का टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट परियोजना से हरिद्वार और देवबंद चैनल के माध्यम से गंदवेड़ा संगम के पास पूर्वी यमुना नहर में आकर गिरती है। देवबंद चैनल के माध्यम से पूर्वी यमुना नहर का पानी शामली (Shamli) , बागपत, लोनी गाजियाबाद तक पहुंचता है। देवबंद चैनल से प्रतिदिन पूर्वी यमुना नहर को 1100 क्यूसेक पानी मिल रहा है। एक हजार मेगावाट की क्षमता का टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट परियोजना में मरम्मत कार्य चलने से आगामी 15 मई से लेकर 30 जून तक 45 दिन तक हरिद्वार से देवबंद चैनल के माध्यम से मिलने वाला 1100 क्यूसेक पानी पूर्वी यमुना नहर को नहीं मिल पाएगा।
Shamli में Tehri Baandh के जलाश्य से 45 दिन पानी रहेगा बंद
18 जून को गंगा दशहरा में गंदेवड़ा संगम में श्रद्धालु स्नान नहीं कर पाएगा। शामली (Shamli) , बागपत, गाजियाबाद जिले के हजारों छोटे मझौले किसान पूर्वी यमुना नहर के पानी की सिचाई पर आधारित है। किसानों को प्राइवेट और सरकारी बिजली के नलकूपों से अपनी फसलों को सिंचाई करनी होगी।पूर्वी यमुना नहर के अधिशासी अभियंता विवेक वार्ष्णेय ने बताया कि टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट परियोजना मे मरम्मत कार्य आगामी 15 मई से लेकर 30 जून तक देवबंद चैनल के माध्यम से पूर्वी यमुना नहर के रजबहे, माइनरों में पानी की आपूर्ति नहीं होगी।