रविचंद्रन अश्विन का संन्यास निर्णय और सीएसके में वापसी: एक दिलचस्प सफर
अश्विन का संन्यास के लिए आदर्श विदाई की इच्छा, 100वें टेस्ट मैच के बाद संन्यास लेने की योजना, एमएस धोनी के प्रति आभार
चेन्नई सुपर किंग्स में अश्विन की वापसी
ब्यूरो रिपोर्ट.. भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पिछले साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के गाबा टेस्ट के बाद अचानक संन्यास लेने का फैसला किया था, जो कि भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा शॉक था। अश्विन ने अब खुलासा किया है कि वह अपने 100वें टेस्ट के बाद ही क्रिकेट को अलविदा लेना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को आमंत्रित भी किया था। यह फैसला क्रिकेट की दुनिया में चौंकाने वाला था, क्योंकि अश्विन के लिए यह एक स्वाभाविक मोड़ लग रहा था, जिसमें उन्होंने अपने करियर के अंत को एक सम्मानजनक तरीके से देखना चाहा।
100वें टेस्ट पर था संन्यास का विचार
अश्विन ने बताया कि वह अपने 100वें टेस्ट मैच के बाद संन्यास लेना चाहते थे, और चाहते थे कि धोनी उस पल का हिस्सा बनें। उनका 100वां टेस्ट 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में खेला गया था, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए नौ विकेट लिए और भारत को पारी और 64 रनों से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अश्विन ने यह भी बताया कि उनका मन था कि धोनी उन्हें उनके 100वें टेस्ट के बाद एक मेमेंटो दें, ताकि यह पल उनके लिए खास बन सके, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
गाबा टेस्ट के बाद अचानक लिया संन्यास
अश्विन का अचानक संन्यास का फैसला क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया। दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान गाबा टेस्ट के बाद अश्विन ने संन्यास लेने की घोषणा की। इस समय कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में वह भी मौजूद थे, जहां उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान किया। यह निर्णय सभी के लिए एक बड़ा आश्चर्य था, क्योंकि अश्विन के लिए यह एक अप्रत्याशित कदम था।

धोनी का आभार और सीएसके में वापसी
अश्विन ने इस बारे में और भी खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने धोनी को अपने 100वें टेस्ट के लिए बुलाया था, ताकि वह उन्हें एक मेमेंटो दे सकें। हालांकि, जैसा कि उन्होंने बताया, यह बात पूरी नहीं हो सकी। लेकिन अश्विन ने कहा कि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि धोनी उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में वापस लाने का उपहार देंगे, और यह उपहार उनके लिए कहीं अधिक मूल्यवान था। वह धोनी का धन्यवाद करते हुए कहते हैं, “यह उससे कहीं ज्यादा अच्छा है, इसलिए मैं धोनी को धन्यवाद देता हूं। मुझे खुशी है कि मैं सीएसके में वापस आ रहा हूं।”
अश्विन ने अपनी आईपीएल यात्रा के पहले सत्र को याद करते हुए कहा, “2008 में जब मैं सीएसके के ड्रेसिंग रूम में था, तो वहां मैथ्यू हेडन और धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ी थे। उस समय मैं पूरी तरह से नया था और मैं बैठा हुआ था। उस समय मुझे यह समझ में नहीं आता था कि मैं इस टीम में कैसे खेल सकता हूं, जिसमें मुथैया मुरलीधरन जैसे बड़े खिलाड़ी थे। लेकिन धोनी ने मुझे जो मौका दिया, उसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा।”
सीएसके में आठ साल बाद वापसी
रविचंद्रन अश्विन की सीएसके में आठ साल बाद वापसी हुई है। वह आखिरी बार 2015 में इस फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे। अब 2025 में आईपीएल में, अश्विन को सीएसके ने 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा है। उनकी वापसी से सीएसके की टीम को एक और मजबूत गेंदबाज मिल गया है, जो रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर मैदान पर अपनी कड़ी पकड़ बनाएंगे। अश्विन और जडेजा की जोड़ी भारतीय टेस्ट क्रिकेट में बेहद सफल रही है, और दोनों की साझेदारी सीएसके के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय करियर की शानदार समाप्ति
रविचंद्रन अश्विन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का समापन टेस्ट क्रिकेट के सबसे अधिक विकेट लेने वाले सातवें गेंदबाज के रूप में किया था। उनका करियर भारतीय क्रिकेट के लिए अविस्मरणीय रहा है। अब वह 22 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल 2025 में अपनी नई चुनौती के लिए तैयार हैं। उनके लिए यह आईपीएल एक नया अवसर लेकर आया है, जहां वह सीएसके के लिए शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद करते हैं।
अश्विन का संन्यास निर्णय और उनके बाद की सीएसके में वापसी दर्शाती है कि क्रिकेट का सफर एक निरंतर यात्रा होती है, जो कभी-कभी अप्रत्याशित मोड़ों से भरी होती है। चाहे वह टेस्ट क्रिकेट का शानदार करियर हो या आईपीएल की नई चुनौती, अश्विन हमेशा अपनी मेहनत और कड़ी मेहनत से मैदान में अपनी छाप छोड़ते हैं।
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