सहारनपुर (शमीम अहमद): सहारनपुर के रणधीर सिंह बेनीवाल (Randhir Beniwal) ने हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी संभाली है, और इसके बाद से उनकी जुबानी बयानबाजी में एक नया मोड़ देखने को मिला है। बीते दिनों, सांसद चंद्रशेखर आजाद को लेकर रणधीर बेनीवाल ने एक तीखा बयान दिया, जिसमें उन्होंने चंद्रशेखर को निशाना बनाते हुए कहा कि कुछ लोग रातों-रात राजनीति में आकर युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं। उनके इस बयान ने राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और चर्चा का विषय बन गया है।
Randhir Beniwal के नेशनल कोऑर्डिनेटर बनने के बाद बदले तेवर
बहुजन समाज पार्टी के सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में रणधीर सिंह बेनीवाल को पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है, जबकि पहले यह जिम्मेदारी उनके भाई आनंद कुमार के पास थी। मायावती ने पार्टी की मजबूत स्थिति को देखते हुए रणधीर पर भरोसा जताया है। इस बदलाव से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। जिला अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया और फूलों की मालाओं से उनका अभिनंदन किया।
लेकिन रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) के पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका संभालने के बाद उनके बयान ने राजनीति में नया मोड़ ले लिया है। जहां एक ओर उनका चुनाव पार्टी के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उनके बयान से उनकी राजनीति में आक्रामक तेवर भी साफ नजर आ रहे हैं।
चंद्रशेखर पर हमला
रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) ने बिना नाम लिए चंद्रशेखर आजाद पर तीखा हमला करते हुए कहा, “कुछ लोग रातों-रात राजनीति में आकर युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं। ये लोग युवाओं को गलत विचारधारा में फंसा रहे हैं, जिससे उनका ध्यान असल मुद्दों से भटक जाता है।” उनका यह बयान सीधे तौर पर चंद्रशेखर को लक्ष्य करते हुए आया, जिनका युवा वर्ग में काफी प्रभाव है और जो समाजिक मुद्दों पर आवाज उठा रहे हैं।
रणधीर (Randhir Beniwal) ने यह भी कहा कि जो लोग राजनीति में जल्दबाजी में आए हैं, उनका असली उद्देश्य सिर्फ सत्ता प्राप्त करना है, न कि समाज की भलाई। उनका मानना है कि सही मार्गदर्शन और विचारधारा के जरिए युवाओं को सही दिशा में लाना बहुत जरूरी है।
2027 चुनाव की तैयारी
रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) ने यह भी साफ किया कि पार्टी पूरी तरह से 2027 के चुनाव की तैयारी में जुटी है। उन्होंने कहा कि बहन जी (मायावती) की रणनीति के तहत पार्टी के कार्यकर्ता पूरी तरह से सक्रिय हैं और उन्हें विश्वास है कि पार्टी 2007 की तरह एक शानदार प्रदर्शन करेगी। उनका यह बयान पार्टी के चुनावी रणनीतियों को लेकर आशावादी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी युवाओं के बीच भाईचारा कमेटियों को सक्रिय करने के लिए काम कर रही है, ताकि 2027 के चुनावों में एक मजबूत विजय प्राप्त की जा सके। रणधीर बेनीवाल ने यह स्पष्ट किया कि बसपा का लक्ष्य सिर्फ सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि समाज को मजबूत करना है।
संविधान में बदलाव का मुद्दा
रणधीर (Randhir Beniwal) ने संविधान में बदलाव के मुद्दे पर भी बयान दिया। उन्होंने कांग्रेस को सबसे बड़ा दोषी ठहराते हुए कहा कि इस पार्टी ने संविधान में बदलाव की शुरुआत की थी। उनका कहना था कि कांग्रेस द्वारा संविधान में बदलाव के प्रयासों के कारण समाज में कई परेशानियाँ आईं और इसका असर व्यापक रूप से पड़ा।
चंद्रशेखर को बसपा में शामिल करने पर चुप्पी
चंद्रशेखर आजाद को बसपा में शामिल करने के मुद्दे पर रणधीर ने किसी भी प्रकार की सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि “हर कोई अपना काम कर रहा है” और “बसपा अपने एजेंडे पर काम कर रही है।” यह टिप्पणी इस बात को दर्शाती है कि रणधीर बेनीवाल पार्टी के भीतर के मामलों पर चुप्पी साधे हुए हैं और किसी भी राजनीतिक जटिलता से बचना चाहते हैं। उनका ध्यान फिलहाल पार्टी की आंतरिक मजबूती और आगामी चुनावों पर है।
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रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) का बसपा में नेशनल कोऑर्डिनेटर बनने के बाद चंद्रशेखर आजाद पर दिया गया बयान राजनीति में नई चर्चाओं का विषय बन गया है। उन्होंने अपने बयान से यह साफ कर दिया कि उनकी प्राथमिकता युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देने की है और पार्टी 2027 के चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है। इसके साथ ही, उनका बयान यह भी दर्शाता है कि बसपा अपने एजेंडे को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और अगले चुनावों में एक सशक्त वापसी करने की कोशिश करेगी।
अब देखना यह होगा कि रणधीर बेनीवाल के इस आक्रामक तेवर का क्या असर पार्टी और राजनीतिक समीकरणों पर पड़ेगा, और क्या बसपा युवा वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल होगी।