Rakesh Tikait ने पंजाब सरकार को चेतावनी दी और किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया। 28 मार्च के विरोध प्रदर्शन के बारे में जानें!
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता Rakesh Tikait ने हाल ही में हरदोई में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाया कि वे कभी जनता के लिए संघर्ष नहीं करते, न ही वे जेल गए, न लाठी खाई और न ही आंसू गैस का सामना किया। टिकैत ने स्पष्ट रूप से कहा कि विपक्षी नेता सिर्फ सत्ता में वापसी के सपने देख रहे हैं और वे किसानों, मजदूरों और आम जनता के मुद्दों से पूरी तरह से दूर हैं।
विपक्षी दलों की आलोचना – किसानों के मुद्दों से दूर
Rakesh Tikait ने विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर विपक्षी दलों को सत्ता में वापसी करनी है, तो उन्हें किसानों के साथ सड़कों पर उतरकर संघर्ष करना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल अब सत्ता में आने की योजना बना रहे हैं, लेकिन किसानों और आम जनता के मुद्दों पर उनका ध्यान नहीं है। विपक्षी नेताओं को केवल सत्ता का सपना देखने की बजाय किसानों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। वे सिर्फ सत्ता में वापसी की सोच रहे हैं, जबकि किसानों की समस्याओं पर कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं,
Rakesh Tikait का पंजाब सरकार पर हमला
Rakesh Tikait ने पंजाब सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पंजाब की सरकार जल्द ही सत्ता से बाहर हो जाएगी। उनका आरोप था कि सरकार किसानों के हित में काम करने की बजाय पूंजीपतियों के पक्ष में काम कर रही है। यह सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और जल्दी ही सत्ता से बाहर हो जाएगी,” टिकैत ने कहा। उनका यह भी मानना था कि पंजाब सरकार को किसानों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए, न कि उनका शोषण।

28 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा का विरोध प्रदर्शन
Rakesh Tikait ने घोषणा की कि 28 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगा। इस प्रदर्शन में किसान अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे। टिकैत ने किसानों से अपील की कि वे इस आंदोलन का हिस्सा बनें और अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष करें। उन्होंने कहा, “सरकार किसानों की ज़मीनें छीनने की कोशिश कर रही है। किसानों को अपनी ज़मीन बचाने के लिए संघर्ष करना होगा।
किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष – एकजुट होने की जरूरत
Rakesh Tikait ने किसानों को आगामी आंदोलनों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। उनका कहना था कि अगर किसानों को अपनी जमीन और अधिकारों की रक्षा करनी है, तो उन्हें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन (BKU) हर उस फैसले का समर्थन करेगी जो किसानों के हित में होगा। अगर किसानों को अपनी जमीन बचानी है, तो उन्हें सरकार के खिलाफ आवाज उठानी होगी,” टिकैत ने कहा।
किसानों का संघर्ष जारी रहेगा
राकेश टिकैत का यह बयान स्पष्ट रूप से दिखाता है कि किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने विपक्षी दलों और पंजाब सरकार को किसानों के अधिकारों के लिए जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया। टिकैत ने किसानों से अपील की कि वे अपनी ज़मीन बचाने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करें, क्योंकि सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं।
Rakesh Tikait ने अपने बयान में स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया कि किसानों का संघर्ष लगातार जारी रहेगा और उन्हें अपनी ज़मीन और अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। विपक्षी दलों और पंजाब सरकार पर किए गए हमलों से यह स्पष्ट हो गया कि वे किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता देने में विफल रहे हैं। टिकैत ने विपक्षी नेताओं को भी चुनौती दी कि अगर वे सत्ता में वापसी करना चाहते हैं तो उन्हें किसानों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरना होगा।
28 मार्च को होने वाले संयुक्त किसान मोर्चा के विरोध प्रदर्शन में किसान अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। Rakesh Tikait ने कहा कि सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं और किसानों को अपनी ज़मीन बचाने के लिए हर हद तक संघर्ष करना होगा। राकेश टिकैत का यह आह्वान भारतीय किसान यूनियन (BKU) के सभी फैसलों के समर्थन में है और यह दिखाता है कि किसानों को अपनी आवाज़ को मजबूती से उठाने की जरूरत है।