गाजीपुर (पवन मिश्रा) : खबर उत्तर प्रदेश के जनपद गाज़ीपुर (Ghazipur) से है। महाकुंभ 2025 में गाजीपुर के वसुका गांव के रहने वाले पीएसआई अंजनी राय (PSI Anjani Rai) की संदिग्ध मौत पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय ने गंभीर सवाल उठाए हैं। अजय राय ने मृतक पुलिस अफसर के पैतृक घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अंजनी राय एक बहादुर और जांबाज पुलिस अफसर थे, जिनकी मौत महाकुंभ में भगदड़ के दौरान हुई, जो अब संदिग्ध प्रतीत हो रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस विभाग इस घटना को छिपा रहा है, और इसकी उच्च न्यायिक जांच की आवश्यकता है।
संदिग्ध मौत पर उठाए सवाल
अजय राय ने पीएसआई अंजनी राय (PSI Anjani Rai) की मौत के संदिग्ध पहलुओं पर चिंता व्यक्त की और मांग की कि इस घटना की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के जज से करवाई जाए। उन्होंने कहा कि जब अपनी ही पुलिस फोर्स के एक अफसर की मौत को छिपाया जा रहा है, तो यह संभावना जताई कि महाकुंभ के दौरान भगदड़ के कारण और भी कई जानें गई होंगी। उनका कहना था कि यह सिर्फ एक पुलिस अफसर की मौत नहीं, बल्कि एक गंभीर सुरक्षा चूक की निशानी है।
राय ने यह भी कहा कि पुलिस विभाग इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है, ताकि यह बात आम जनता तक न पहुंचे और सरकार की छवि को नुकसान न हो। उन्होंने साफ तौर पर आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सरकार के दबाव में काम कर रहा है और अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है।
सरकार पर निशाना
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने इस घटना को लेकर सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सरकार घटना की पूरी गंभीरता को नकार रही है और लोगों में भ्रम फैलाने का काम कर रही है। राय ने महाकुंभ की व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त बताया और कहा कि अगर सरकार की व्यवस्था इतनी कमजोर थी कि वह अपने ही पुलिस अधिकारी की मौत को छिपा रही है, तो इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि भगदड़ के दौरान और कितनी मौतें हुई होंगी, जिनका खुलासा नहीं हो सका।
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने इस मामले को सुलझाने में कोई गंभीरता नहीं दिखाई है और न ही कोई मंत्री या अफसर अंजनी राय (PSI Anjani Rai) के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचा। यह सरकार की लापरवाही का एक और उदाहरण है, जो इस घटना पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
प्रधानमंत्री पर कटाक्ष
अजय राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि लगता है वह गंगा में स्नान कर क्षमा मांग रहे होंगे। उनका कहना था कि अगर प्रधानमंत्री या सरकार के कोई अन्य मंत्री इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार नहीं होते, तो कम से कम अंजनी राय (PSI Anjani Rai) के परिवार के प्रति शोक संवेदना तो व्यक्त करते।
परिवार का समर्थन
इस दौरान पीएसआई अंजनी राय (PSI Anjani Rai) के भतीजे इंदु भूषण राय ने भी महाकुंभ मेला प्रशासन की कार्यवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जिस तरह से पीएसआई (PSI Anjani Rai) की मौत की जानकारी दी और घटना के तथ्यों को छिपाने की कोशिश की, वह पूरी तरह से निंदनीय है। इंदु भूषण राय ने अपने चाचा की मौत को लेकर प्रशासन के ऊपर भी दबाव डालते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
निष्कर्ष
महाकुंभ के दौरान पीएसआई अंजनी राय (PSI Anjani Rai) की संदिग्ध मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनका जवाब सरकार और पुलिस विभाग को देना पड़ेगा। अजय राय ने इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि पीएसआई अंजनी राय (PSI Anjani Rai) की मौत भगदड़ में हुई या फिर इसमें कोई और साजिश शामिल थी। यह मामला केवल एक पुलिस अफसर की मौत से कहीं अधिक है; यह एक बड़ा सवाल है कि क्या सरकार और प्रशासन वास्तव में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं या फिर किसी दबाव के तहत मामले को दबा रहे हैं।
क्या महाकुंभ में हुई यह घटना सुरक्षा और प्रशासन की चूक का हिस्सा थी?
क्या अंजनी राय की मौत की जांच निष्पक्ष रूप से होगी, या प्रशासन इस पर पर्दा डालने की कोशिश करेगा?
यह सवाल अब गाजीपुर के वसुका गांव के लोगों से लेकर पूरे राज्य और देश भर में उठ रहे हैं।