ब्यूरो रिपोर्टः रायबरेली लोकसभा सीट से काग्रेंस (Congress ) नेता प्रियंका गांधी के मैदान में उतरने की संभावना लगभग खत्म होती नजर आ रही है। क्योंकि वह एक से तीन तक मध्य प्रदेश, गुजरात और फिर उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। अभी तक रायबरेली का कोई कार्यक्रम तय नहीं है। हालांकि उनके चुनाव लड़ने पर फैसला हुआ तो बह दौरा बीच में छोड़कर रायबरेली पहुंच सकती हैं, लेकिन सूत्र इससे इंकार कर रहे हैं।
Congress रायबरेली से ब्राह्मण चेहरे पर लगा सकती है दांव
यह भी कहा जा रहा है कि प्रियंका तैयार नहीं हुई तो कांग्रेस (Congress ) विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। आपको बता दे कि वहीं, कांग्रेस (Congress ) का एक धड़ा यहां से दलित उम्मीदवार उतरने पर जोर दे रहा है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को कुछ दलित नाम भी भेजे गए हैं। रायबरेली से दलित उम्मीदवार होने के भविष्य के फायदे भी बताए गए हैं।
दरअसल इस संबंध में कांग्रेस (Congress ) प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि बृहस्पतिवार दोपहर बाद तक सस्पेंस खत्म हो जाएगा। अभी दोनों सीट पर उम्मीदवार के नाम की अधिकृत सूचना नहीं मिली है। जो भी उम्मीदवार होगा, पार्टीका हर कार्यकर्ता उसके साथ रहेगा। अमेठी की स्थानीय कमेटी की ओर से राहुल गांधी के नामांकन को लेकर हर स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गई है।
स्थानीय नेताओं को भरोसा है कि नामांकन के अंतिम दिन वह पहुंच सकते हैं। इसी बीच बुधवार को कांग्रेस (Congress ) की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के रायबरेली में सांसद प्रतिनिधि और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव किशोरी लाल शर्मा भी अमेठी पहुँच गए ।उनके साथ पूरी टीम मौजूद रही। बैठकों का दौर शुरू हुआ। बूथ स्तर तक बात हुई।
सूत्रों का कहना है कि शर्मा के समर्थकों ने उनके चुनाव लड़ने की बात कही, लेकिन शर्मा ने खुद अपने मुंह से चुनाव लडने की बात नहीं की। इतना जरूर रहा कि उन्होंने हर कार्यकर्ता को चुनाव के लिए हर स्तर पर तैयार रहने का आवाहन किया है।