ब्यूरो रिपोर्टः आज हम बात करेंगे योगासन (Yogasanas) के बारे में, दरअसल योगासन व स्ट्रेचिंग का अभ्यास शरीर के लिए फायदेमंद है। वहीं अगर इसे सही समय पर किया जाए तो कई लाभ मिल सकते हैं। अधिकतर लोगों का मानना है कि सुबह उठकर योग अभ्यास करना चाहिए। हालांकि योग आप रात में सोने से पहले भी कर सकते हैं। दरअसल सर्दियों में सुबह जल्दी उठने में समस्या होती है। वहीं तापमान में गिरावट के कारण सर्दियों की ठंड भरी सुबह में लोग योग करने से कतराते हैं।
Yogasanas का अभ्यास सर्दियों में सोने से पहले करें,
ऐसे में आप सोने से पहले बिस्तर पर कुछ योगासनों (Yogasanas) का अभ्यास कर सकते हैं। रात में योगाभ्यास से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। मांसपेशियों का दर्द कम होता है। और साथ ही साथ शरीर लचीला बनता है। मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है और ब्लड प्रेशर सामान्य रहने के साथ ही तनाव कम होता है। बता दे कि रातों में सर्दियों की योगासन (Yogasanas) शरीर को गर्माहट देता है, जिससे ठंड से बचाव होने के साथ ही बेहतर नींद आती है और सुबह ऊर्जा के साथ आप सोकर उठते हैं।
हलासन
दरअसल ये योगासन (Yogasanas) पाचन तंत्र को मजबूत करता है। मेटाबाॅलिज्म बढ़ाने के साथ ही वजन घटाने में मदद करता है। बता दे कि रीढ़ की हड्डी में लचीलापन और कमर दर्द से राहत दिलाता है। तनाव व थकान को दूर करने के साथ अनिद्रा की समस्या को कम करने में सहायक है। हलासन प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है।
भस्त्रिका प्राणायाम
दरअसल भस्त्रिका प्राणायाम योगासन (Yogasanas) का अभ्यास श्वास संबंधी समस्याओं को दूर करता है। फेफड़ों को मजबूत बनाता है और वजन कम करने में मदद करता है। पेट की चर्बी घटाने के साथ ही शरीर में गर्मी पैदा करता है। यह प्राणायाम शरीर और दिमाग की ऊर्जा का बढ़ाता है और तनाव से निजात दिलाता है।
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उत्तानासन
आपको बता दे कि इस योगासन का अभ्यास पीठ की अकड़न और गर्दन के तनाव को दूर करता है। उत्तानासन के अभ्यास से मांसपेशियां मजबूत होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दरअसल इससे सर्दियों में होने वाली बीमारियों से बचाव हो सकता है। सिर दर्द और अनिद्रा की समस्या से आराम मिलता है, और तनाव कम होने में भी मदद मिलती है और मानसिक स्पष्टता बढ़ती है। ब्लड प्रेशर, अस्थमा ,साइनोसाइटिस, नपुंसकता को ठीक करने में सहायक होता है।