काठमांडू : नेपाल में शुक्रवार को एक बड़ी दुुर्घटना घटी है। अचानक घटी लैंड स्लाइड (Nepal Landslide) की घटना में सात भारतीयों की मौत हो गई, वहीं 50 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। बताया जा रहा है कि लैंड स्लाइड के मलबे की चपेट में आने की वजह से दो टूरिस्ट बसें पास से बहती नदी में जा गिरी। अब एक ओर लापता लोगों की तलाश का क्रम जारी है, वहीं नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने रैस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं।
एक बस में थे 24 लोग तो दूसरी में 41 लोग सवार
हादसा राजधानी काठमांडू के पास हुआ है। काठमांडू पोस्ट से मिली जानकारी के अनुसार चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया कि दो बसें शुक्रवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे हादसे का शिकार हो गई। इनमें से काठमांडू जा रही एंजेस कंपनी की बस में 24 लोग सवार थे, वहीं 41 लोगों को लेकर गणपति डीलक्स नामक फर्म की बस काठमांडू से गौर की तरफ जा रही थी। एकाएक ऊपर से पहाड़ दरका और मलबा नीचे हाईवे पर आ गया। इसकी चपेट में आने से दोनों बसें नीचे बह रही त्रिशूली नदी में गिर गई। शुरुआती तौर पर इस हादसे में 7 लोगों की मौत की खबर है, जो भारतीय थे।
3 ने कूदकर बचाई जान, बाकी की तलाश जारी
अधिकारी की मानें तो इस हादसे के बाद अब तक सिर्फ 3 लोग जिंदा बचे हैं। गणपति डीलक्स बस में सवार ये लोग वक्त रहते कूदकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। तेज बहाव में बह जाने के बाद बाकी लोगों का काेई अता-पता नहीं चल रहा है, जिनकी तलाश का क्रम जारी है। इसी के साथ सड़क विभाग ने नारायणघाट काठमांडू सड़क खंड को पंद्रह दिनों के लिए बंद कर दिया, लेकिन दूसरे रास्ते से यातायात सेवा बहाल है।
प्रधानमंत्री पुष्प कमल ने जताया दुख
इस घटना के संज्ञान में आने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भी दुख व्यक्त किया है। उन्होंने संबंधित एजेंसियों को खोज अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है, ‘नारायणघाट-मुगलिंग सड़क खंड के सिमल्टार में भूस्खलन में बसों के बह जाने के बाद लगभग पांच दर्जन यात्रियों के लापता होने और देश के विभिन्न हिस्सों में आपदा से हुए नुकसान की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं गृह प्रशासन सहित सभी सरकारी एजेंसियों को यात्रियों की खोज और बचाव के लिए निर्देश देता हूं’।