मुजफ्फरनगर (गौरव चौटाला) : मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले के शाहपुर इलाके में रहने वाले आबाद नामक व्यक्ति पर एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। इस पोस्ट में आबाद ने CO संभल अनुज चौधरी के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया। आबाद अब लॉकअप में बंद होकर अपनी गलती का अहसास कर रहा है और माफी मांगते हुए अन्य लोगों से अपील कर रहा है कि वे इस तरह की गतिविधियों से बचें।
पोस्ट में क्या था लिखा?
आबाद ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था, जिसमें उसने CO संभल अनुज चौधरी की फोटो के साथ एक आपत्तिजनक कमेंट किया था। पोस्ट में लिखा था, “बकरा ईद साल में एक बार आती है, जिसे लगता है मांस और खून देखने से धर्म भ्रष्ट होता है वो घरों से बाहर न निकले।” इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर तुरंत हड़कंप मचाया और देखते ही देखते वायरल हो गया। पोस्ट में किए गए आपत्तिजनक कमेंट को लेकर लोगों ने प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया, और यह मुद्दा तेजी से तूल पकड़ने लगा।
Muzaffarnagar पुलिस ने लिया संज्ञान, कार्रवाई शुरू की
जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुआ, पुलिस प्रशासन ने इस पर तुरंत संज्ञान लिया और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। मुजफ्फरनगर पुलिस ने आरोपित आबाद को गिरफ्तार कर लिया और उसे लॉकअप में बंद कर दिया। पुलिस ने बताया कि यह पोस्ट साम्प्रदायिक भावनाओं को भड़काने के उद्देश्य से डाली गई थी, और इस प्रकार की गतिविधियां कानून के खिलाफ हैं। (Muzaffarnagar)
आबाद का माफी मांगना और चेतावनी
लॉकअप में बंद होने के बाद, आबाद ने अपनी गलती का अहसास किया और माफी मांगते हुए एक वीडियो जारी किया। वीडियो में उसने कहा, “जो कुछ भी मैंने फेसबुक पर लिखा, वह पूरी तरह से गलत था और मुझे अब इसका पछतावा हो रहा है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे इस तरह की गतिविधियों से दूर रहें और सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से पोस्ट करें।” आबाद ने यह भी कहा कि वह अब किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक या विवादित टिप्पणियों से बचने की कोशिश करेगा और दूसरों को भी ऐसा न करने की सलाह दे रहा है। (Muzaffarnagar)
पुलिस की कड़ी चेतावनी
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने इस मामले को लेकर कड़ी चेतावनी जारी की है और कहा है कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की विवादास्पद टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कहा कि वह समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इस प्रकार की घृणित गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली किसी भी सामग्री को देखकर सावधानी बरतनी चाहिए और यदि कोई साम्प्रदायिकता या किसी व्यक्ति के खिलाफ नफरत फैलाने वाली बात करता है, तो उसे तुरंत रिपोर्ट किया जाए। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी भड़काऊ पोस्ट को शेयर न करें और किसी भी गलत जानकारी से बचें।
आगे की कार्रवाई और संदेश
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम सोशल मीडिया के जरिए किसी भी प्रकार की भड़काऊ पोस्ट या साम्प्रदायिक टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी कोशिश है कि हम समाज में शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की हिंसा को बढ़ावा न दें। आबाद को हिरासत में लेकर हमने एक कड़ा संदेश दिया है कि इस तरह की हरकतों को सजा दी जाएगी।” (Muzaffarnagar)
आबाद के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उसकी पोस्ट के चलते उसे दंडित किया जा सकता है। पुलिस ने यह भी बताया कि इस प्रकार के मामलों में तेजी से कार्रवाई की जाएगी और समाज में शांति बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
यह घटना एक उदाहरण है कि सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और किसी भी प्रकार की नफरत फैलाने वाली टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने आबाद के खिलाफ कार्रवाई करके यह साफ संदेश दिया है कि वे किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिकता या नफरत फैलाने की कोशिशों को गंभीरता से लेते हैं। अब देखना यह होगा कि इस मामले में और क्या कदम उठाए जाते हैं और यह समाज के लिए एक सीख बनता है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करना चाहिए।