ब्यूरो रिपोर्टः खबर यूपी के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) से है, जहां जिले में ‘अटेवा पेंशन बचाओ मंच’ के बैनर तले रविवार को दर्जनों पेंशनधारियों ने सपा सांसद हरेंद्र मलिक और विधायक पंकज मलिक के आवास पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पेंशन बहाली की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के प्रदर्शनकारियों का कहना था कि नई पेंशन व्यवस्था शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों के हित में नहीं है। यह एक शोषणकारी और भेदभावपूर्ण व्यवस्था है, जिससे देशभर में लगभग एक करोड़ सरकारी कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं।
Muzaffarnagar में सांसद-विधायक के आवास पर प्रदर्शन
उन्होंने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) एनपीएस के तहत सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मात्र 1200 से 4000 रुपये तक की पेंशन दी जा रही है, जो उनके जीवन यापन के लिए नाकाफी है। तेज़ होता आंदोलन पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आंदोलन तेज हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पुरानी पेंशन व्यवस्था कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करती थी, लेकिन इसे खत्म कर दिया गया। नई व्यवस्था में वेतन से कटौती तो की जा रही है, लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद उसका समुचित लाभ नहीं मिल रहा।
इससे शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। लोकसभा में पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाने के लिए मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) से विधायक पंकज मलिक का आभार जताते हुए प्रदर्शनकारियों ने उनसे और अधिक समर्थन की अपील की। उन्होंने निवेदन किया कि देशभर के करोड़ों शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के हित में पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुनः लागू कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। अटेवा पेंशन बचाओ मंच का यह आंदोलन लगातार जोर पकड़ रहा है।
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विभिन्न राज्यों में कर्मचारी संगठन पुरानी पेंशन बहाली के लिए लामबंद हो रहे हैं। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के कर्मचारियों का कहना है कि एनपीएस की विसंगतियों के कारण उनका भविष्य असुरक्षित हो गया है। यदि सरकार जल्द इस पर ध्यान नहीं देती, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।