गुलदार के बढ़ते हमलों से भय का माहौल, चांदपुर क्षेत्र में स्कूलों के छात्रों को सुरक्षा उपायों के बारे में बताया गया।बिजनौर में गुलदार के हमलों से फैल रही दहशत, प्रशासन ने उठाए कदम
बिजनौर(महेंद्र ढाका) : उत्तर प्रदेश के बिजनौर(Bijnor) जिले में गुलदार के हमलों ने पिछले कुछ महीनों से पूरे जिले को दहशत में डाल दिया है। विशेष रूप से चांदपुर क्षेत्र में लगातार गुलदार के हमले हो रहे हैं, जिससे कई लोग घायल हो चुके हैं और कुछ की तो जान भी चली गई। इस सिलसिले में हाल ही में गुलदार के हमले के कारण 3 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। यह घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं, जिससे क्षेत्रीय प्रशासन और वन विभाग में चिंता का माहौल है।
गुलदार के हमले में कई मौतें और घायल लोग
चांदपुर क्षेत्र में हाल ही में हुए गुलदार के हमले ने सभी को चौंका दिया है। कुछ ही दिनों पहले गुलदार ने एक युवक को मौत के घाट उतार दिया, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गुलदार का आतंक खासकर रात के समय बढ़ गया है, जब लोग अपने घरों से बाहर निकलते हैं। गुलदार के हमले में मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है, जो क्षेत्रवासियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है।(Bijnor)
गुलदार के हमले से हर किसी में डर का माहौल है। लोग अब रात में अपने घरों से बाहर नहीं निकलते, और ग्रामीण इलाकों में खेतीबाड़ी का काम भी प्रभावित हो गया है। इससे न केवल लोगों की जान को खतरा है, बल्कि उनका रोजगार भी इससे प्रभावित हो रहा है।(Bijnor)
प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर उठाए कदम
गुलदार के बढ़ते हमलों को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करना शुरू कर दिया है। क्षेत्रीय वन अधिकारी ने इस गंभीर समस्या को लेकर एक जागरूकता अभियान शुरू किया है। हाल ही में चांदपुर क्षेत्र में स्थानीय विद्यालयों में छात्रों को गुलदार से बचाव के उपायों के बारे में बताया गया। वन विभाग ने छात्रों को गुलदार के हमलों से बचने के उपाय, उनकी पहचान, और उनकी सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
इसके साथ ही, वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से इलाके में गश्त भी बढ़ा दी है। ग्रामीण इलाकों में अभियान चलाकर लोगों को यह बताया जा रहा है कि वे गुलदार के हमले से बचने के लिए किस तरह की सावधानी बरतें और किन बातों का ध्यान रखें।(Bijnor)
गुलदार से बचाव के लिए वन विभाग का मार्गदर्शन
वन अधिकारी ने बताया कि गुलदार से बचने के लिए ग्रामीणों को कुछ विशेष उपायों का पालन करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अगर गुलदार किसी के पास आ जाए, तो उसे कैसे शांत करना चाहिए और किस तरह की आवाज़ें गुलदार को डराने में मदद कर सकती हैं। साथ ही, जब भी कोई व्यक्ति जंगल के पास से गुजरे, उसे तेज आवाज़ करनी चाहिए, ताकि गुलदार को पहले ही पता चल जाए और वह किसी भी नुकसान से बच सके।(Bijnor)
इसके अलावा, वन विभाग द्वारा गुलदार के शिकार के बारे में भी जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारी का कहना है कि इन हमलों के पीछे गुलदार के शिकार के लिए लोगों द्वारा जंगलों में अवैध रूप से शिकार किए जाने की संभावना को भी खारिज नहीं किया जा सकता। इसके लिए विशेषज्ञों की एक टीम इलाके में भेजी गई है, जो गुलदार के हमलों के कारणों का पता लगाएगी और उन्हें नियंत्रित करने के उपायों पर काम करेगी।(Bijnor)
आगे की कार्रवाई और चेतावनी
वन विभाग ने अब तक जितनी भी जानकारियां जुटाई हैं, उसके आधार पर इलाके में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस और वन विभाग की टीमों को हर समय हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा, अगर कोई गुलदार फिर से हमला करता है, तो उसे पकड़ने के लिए भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा और लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि वे इस प्रकार के हमलों से बच सकें।(Bijnor)
इसके साथ ही, प्रशासन ने इस बात का भी ध्यान रखा है कि आगे से गुलदार के हमले में और अधिक लोगों की जान ना जाए। इसलिए, अब क्षेत्र में बढ़ते गुलदार के हमलों को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।(Bijnor)
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बिजनौर (Bijnor) जिले में गुलदार के बढ़ते हमलों से क्षेत्रवासियों में डर और चिंता का माहौल है, लेकिन प्रशासन और वन विभाग ने इस पर काबू पाने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। ग्रामीणों और विद्यार्थियों को गुलदार से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस खतरनाक स्थिति से बच सके। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रशासन की यह पहल क्षेत्र में गुलदार के हमलों को नियंत्रित करने में सफल होगी और लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।