किसानों को फ्री बिजली का वादा और फिर मीटर लगाना! Rakesh Tikait ने किया खुलासा
दीपक राठी (संवाददाता): उत्तर प्रदेश के जनपद शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर राई में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की ओर से एक किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी Rakesh Tikait ने स्वयं ट्रैक्टर चलाकर किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें संबोधित किया। राकेश टिकैत ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला और किसानों के सामने आई समस्याओं पर चिंता व्यक्त की।
मुफ्त बिजली का वादा, लेकिन मीटर लगाने का क्या कारण?
Rakesh Tikait ने किसानों के मुद्दों पर बोलते हुए सरकार की मुफ्त बिजली योजना की सच्चाई पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, लेकिन इसके बावजूद विभाग द्वारा किसानों के यहां मीटर लगाए जा रहे हैं। राकेश टिकैत ने सवाल किया कि जब बिजली मुफ्त है, तो मीटर क्यों लगाए जा रहे हैं?
किसानों की बढ़ती समस्याएं: कर्ज और फसलों के दाम की समस्या
राकेश टिकैत ने महापंचायत में किसानों की स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आजकल किसानों को फसलों का सही दाम नहीं मिल रहा और उनकी आर्थिक हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। किसानों पर कर्ज का बोझ भी लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे उनका जीवन और अधिक कठिन हो गया है।

संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता – Rakesh Tikait की अपील
Rakesh Tikait ने महापंचायत में किसानों से अपील की कि हमें संगठन को मजबूत करना होगा। यदि संगठन मजबूत रहेगा, तो सरकार पर दबाव बनाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि 2020 से पहले बैंक में एनपीए खातों पर ब्याज माफ कर दिया गया था, लेकिन बैंक प्रबंधक और दलालों ने मिलकर किसानों का शोषण किया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हुई।
कर्ज को बीमारी मानते हुए टिकैत ने किसानों को दी सलाह
Rakesh Tikait ने किसानों को कर्ज के खतरे से अवगत कराते हुए कहा कि कर्ज एक बीमारी की तरह है, जो किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर सकता है। उन्होंने किसानों से अपनी जमीन बचाने के लिए योजना बनाने और बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की सलाह दी ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके।
यूपी सरकार के झूठे वादे – किसानों की कोई सुनवाई नहीं
Rakesh Tikait ने यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों के लिए जो वादे करती है, उनका कोई मतलब नहीं होता। सरकार ने किसानों के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, लेकिन किसानों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में प्रदेश सरकार से किसानों के हित में ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने किसानों की समस्याओं पर सरकार से जवाबदेही मांगी और संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।
महापंचायत में यह साफ संदेश दिया गया कि अगर सरकार किसानों के मुद्दों को हल नहीं करती है, तो स्थिति और खराब हो सकती है। किसान महापंचायत में Rakesh Tikait ने यूपी सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणियां कीं और किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने सरकार द्वारा किए गए वादों, खासकर मुफ्त बिजली देने के वादे, को नकारते हुए कहा कि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। किसानों के कर्ज, फसलों के सही दाम न मिलने और बढ़ते आर्थिक बोझ के कारण उनकी स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।
टिकैत ने सरकार से इन मुद्दों का शीघ्र समाधान करने की अपील की और किसानों को संगठन को मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। उनका संदेश साफ था—अगर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो स्थिति और बिगड़ सकती है। Rakesh Tikait ने किसानों को कर्ज से बचने और अपनी जमीन की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी।
उन्होंने यह भी कहा कि संगठन की ताकत से ही सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव लाने के लिए मजबूर किया जा सकता है। इस महापंचायत ने यह स्पष्ट किया कि अगर सरकार किसान हित में कार्य नहीं करती, तो उनकी परेशानियां और भी बढ़ सकती हैं।