ब्यूरो रिपोर्टः दिल्ली में केजरीवाल (Kejriwal) ने आगामी चुनावों से पहले दलित छात्रों के लिए एक नई डॉ. अंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप योजना की घोषणा की है। केजरीवाल सरकार का यह कदम दलित समुदाय के छात्रों को शिक्षा में समान अवसर देने और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस योजना के तहत, दलित छात्रों को अर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए छात्रवृत्तियां प्रदान की जाएंगी, ताकि वे अपनी उच्च शिक्षा के लिए बेहतर अवसर पा सकें।
Kejriwal ने दलित छात्रों को दी स्कॉलरशिप
दिल्ली में केजरीवाल (Kejriwal) ने होने वाले चुनाव में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जो दलित छात्र विदेश में पढ़ना चाहते हैं उनका सारा खर्चा हमारी सरकारी उठाएगी। केजरीवाल ने कहा कि इसके लिए हम डॉ. अंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप शुरू करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य शैक्षिक समानता को बढ़ावा देना है, खासकर उन छात्रों के लिए जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए संसाधनों की कमी महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार हमेशा शिक्षा को सबसे बड़ा सशक्तिकरण मानती है और इस योजना से छात्रों को अपने सपनों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
नई छात्रवृत्ति योजना के तहत, उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक दलित छात्रों को फीस, किताबों और अन्य शैक्षिक खर्चों के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाना और उन्हें समाज में आगे बढ़ने के लिए समान अवसर प्रदान करना है। दरअसल केजरीवाल (Kejriwal) ने कहा कि दलित समाज का कोई भी बच्चा पैसो की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित ना रहे, इसके लिए हमारी सरकार द्वारा दलित छात्रो को ‘डॉ. अंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप’ दी जाएगी। जिससे दिल्ली के दलित समाज के बच्चों का विदेश में पढ़ने का सपना होगा साकार। और वे अपनी पूरी मेहनत से विदेश मे पढ़ने का अपना सपना साकार कर पायेगी।
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केजरीवाल (Kejriwal) सरकार की यह घोषणा दिल्ली के चुनावी माहौल में एक और महत्वपूर्ण कदम हो सकती है, जो दलित समुदाय के बीच उनके समर्थन को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखी जा रही है। केजरीवाल सरकार की इस पहल का उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाना और उन्हें समाज में आगे बढ़ने के लिए समान अवसर प्रदान करना है।