ब्यूरो रिपोर्टः आज हम बात करेंगे आखों (eyes) के बारे में, दरअसल बुढ़ापे तक आंखों को बाज की तरह पैना रखना चाहते हैं? चश्मे के बिना दूर और पास का देखना चाहते हैं तो रात में हजारों साल पुराना उपाय करें। जिसके भी अचानक आंखों के आगे धुंधलापन आना, झाग-झाग जैसी दीवार बनना, दूर का न दिखना, पास का नजर न आना, चश्मे का नंबर बढ़ता जा रहा हो वो महर्षि वाग्भट्ट के इस उपाय को जरूर करे। महर्षि वाग्भट्ट आयुर्वेद के जनक महर्षि चरक के शिष्य थे।
eyes को बुढ़ापे तक तेज रखने वाली ये है चटनी
दरअसल उन्होंने इसके अष्टांग हृदय का भाग लिखा है। इसमें आंखों की कमजोरी दूर करने का बेहतरीन इलाज दिया है। डॉक्टर के मुताबिक यह उपाय 3 महीने के अंदर आंखों (eyes) की दिक्कतें दूर कर देगा। आपको फर्क साफ नजर आने लगेगा। बता दे कि त्रिफला के अंदर आंवला, बहेड़ा और हरड़ के सूखे फल आते हैं। इसका इस्तेमाल चूर्ण बनाकर किया जाता है। यह कब्ज खत्म करने की सबसे बढ़िया दवा है। लेकिन आयुर्वेद में इसे कई सारी समस्याओं के इलाज के रूप में बताया गया है।
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यह कब्ज, मोटापा, कमजोर नजर, अपच, हेयर फॉल, यूटीआई, भूख न लगना जैसी दिक्कतों को खत्म कर सकती है। दरअसल त्रिफला आई हेल्थ को बढ़ाता है। इसकी मदद से आंखों (eyes) की इंफ्लामेशन, धुंधली नजर, इंफेक्शन का खतरा आदि को कम किया जा सकता है। यह ड्राई आई से बचाने में काफी मदद करता है और साथ ही साथ आंखों की अंदर से सफाई भी करता है। त्रिफला से आयुर्वेद में आंखों को धोने का तरीका भी बताया है। दरअसल इसके लिए त्रिफला पाउडर को पानी में उबाला जाता है। फिर ठंडा होने के बाद अच्छी तरह छाना जाता है। इसके बाद आंखों को इस पानी से धोया जाता है। हालांकि इससे आंखों (eyes) की अंदर से सफाई हो जाती है।