कासगंज (जयचन्द्र) : खबर कासगंज(Kasganj) के सिकंदरपुर वैश्य थाना क्षेत्र के नगला हंसी गांव की है जहाँ गांव में दर्दनाक घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं, जहां एक मासूम दलित लड़की की लाश मिली। इस घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया और देशभर में दलित समाज के अधिकारों को लेकर एक नई बहस को जन्म दिया है।
बीते कुछ दिनों से यह मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है, जब सिकंदरपुर वैश्य थाने के नगला हंसी गांव में एक नन्ही दलित लड़की का शव बरामद हुआ। यह लड़की एक निर्दोष जीवन जीने की उम्मीद के साथ अपने परिवार के साथ रहती थी, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे अपनी बर्बरता का शिकार बना दिया।(Kasganj)
यह घटना न केवल पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग में एक गहरी चिंता का कारण भी बन गई। मृतका की बहन भी बीते दिन से लापता बताई जा रही है, और अब यह सवाल उठता है कि क्या यह एक सुनियोजित अपराध है या फिर एक और दलित विरोधी घटना।(Kasganj)
हालांकि, इस दुखद घटना पर राजनीतिक नेताओं की भी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उनके साथ पार्टी के जिलाध्यक्ष विशाल कुमार भी मौजूद थे, जिन्होंने पीड़ित परिवार से चंद्रशेखर आजाद की बात करवाई।(Kasganj)
चंद्रशेखर आजाद ने अपनी बातचीत में पीड़ित परिवार के साथ एकजुटता का इजहार किया और कहा कि “हमारे समाज के हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा, हम उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे। यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि दलित समाज के खिलाफ एक और हमला है, जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
इस घटना के बाद से आजाद समाज पार्टी ने सरकार से मांग की है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और इस प्रकार के अपराधों को लेकर कड़ी कार्रवाई की जाए।(Kasganj)
Kasganj के इस मामले 5 महत्वपूर्ण घटनाएं
मासूम लड़की की दर्दनाक मौत: बीते दिन एक दलित लड़की का शव नगला हंसी गांव में बरामद हुआ, जिसने पूरे इलाके में सन्नाटा फैला दिया।
लापता बहन की खोज: मृतका की बहन भी पिछले कुछ दिनों से लापता बताई जा रही है, जिससे मामले में संदेह गहरा गया है।
चंद्रशेखर आजाद का सख्त रुख: चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना को दलित समाज के खिलाफ एक बड़ा हमला मानते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
विशाल कुमार की पहल: जिलाध्यक्ष विशाल कुमार ने पीड़ित परिवार से चंद्रशेखर आजाद की बात करवाई, जिससे परिवार को न्याय की उम्मीद जगी।
राजनीतिक समर्थन: इस मामले में राजनीतिक नेताओं का सक्रियता से जुड़ना, जो इस तरह की घटनाओं के खिलाफ एक मजबूत आवाज बन रहा है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि हमारे समाज में अभी भी कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनकी ओर हमें गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। जातिवाद और समाज में असमानता के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की जरूरत है, और चंद्रशेखर आजाद जैसे नेता इस संघर्ष को आगे बढ़ा रहे हैं।
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पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना अब केवल एक कानूनी मामला नहीं बल्कि समाज की जिम्मेदारी बन गया है। यह समय है कि हम सभी मिलकर एक आवाज बनें और यह सुनिश्चित करें कि ऐसे जघन्य अपराधों को जड़ से खत्म किया जा सके।(Kasganj)