ब्यरो रिपोर्ट: रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की, जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई। उन्होंने 20 अक्टूबर 2020 के हाथरस कांड के दौरान उन पर हुए लाठीचार्ज की एक तस्वीर फेसबुक पर साझा की और इसके साथ लिखा – “चुनौती की लाठी, कौशल है सारथी।” हालांकि, यह पोस्ट केवल छह मिनट तक सोशल मीडिया पर रही, जिसे 318 लोगों ने लाइक किया, 44 कमेंट्स मिले और 9 शेयर हुए।
6 मिनट में पोस्ट डिलीट की गई
जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary)ने इस पोस्ट को जल्द ही डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक इसका स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप ग्रुप्स में वायरल हो चुका था। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इस मौके को भुनाते हुए पोस्ट का स्क्रीनशॉट साझा कर टिप्पणी की कि “पुराना दर्द बाहर निकल आया।” वहीं, राजनीतिक विश्लेषक इस पोस्ट को छपरौली में 12 फरवरी को होने वाले चौधरी अजित सिंह की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के रद्द होने से जोड़कर देख रहे हैं।
राजनीतिक हलकों में मचा हड़कंप
एक अन्य पक्ष इस पोस्ट को बड़ौत में निर्वाण महोत्सव हादसे के पीड़ितों की मदद के लिए अभी तक कोई ठोस घोषणा न होने पर नाराजगी के रूप में देख रहा है। राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेताओं ने इस पूरे विवाद पर चुप्पी साध रखी है, जिससे अटकलों का बाजार और भी गरम हो गया है।
Jayant Chaudhary: हाथरस कांड और जयंत चौधरी का विरोध
बता दें कि 4 अक्टूबर 2020 को हाथरस में एक युवती के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस घटना के बाद जब राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और लाठीचार्ज कर दिया था। अब, पांच साल बाद जयंत चौधरी ने इस घटना की याद ताजा करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट की, जिससे उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई बहस छिड़ गई है।
RLD की चुप्पी से बढ़ा सस्पेंस
इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय लोकदल की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे राजनीतिक हलकों में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) की इस पोस्ट के पीछे क्या मकसद था, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन इतना जरूर है कि इसने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) या उनकी पार्टी इस पर कोई स्पष्टीकरण देती है या नहीं।