ब्यूरो रिपोर्टः चंदौली (Chandauli)- लोकसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के साथ ही सभी राजनीतिक दल अब चुनाव को लेकर एक्टिव मोड़ में आ गए है। पूर्वांचल में लोकसभा का चुनाव 7 वें चरण में मतदान होना है। समाजवादी पार्टी का कभी गढ़ कहे जाने वाले चंदौली (Chandauli) लोकसभा सीट पर बीजेपी ने तीसरी बार केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को प्रत्याशी बनाया है, तो वही इंडी गठबंधन से समाजवादी पार्टी ने अपने पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे सुरेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है।
Chandauli में सपा के बीच अंदरुनी कलह
वाराणसी के तीन विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर बना चंदौली लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ चंदौली (Chandauli) के पूर्व सांसद और सपा के कद्दावर नेता कहे जाने वाले राम किशुन यादव काफ़ी खफा है। पूर्व सांसद के साथ ही स्थानीय स्तर पर पार्टी के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी दबी जुबान सपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज है। इसके पीछे पूर्व सांसद ने कहा कि वीरेंद्र सिंह का क्षेत्र से कम लगाव है ।
और पहचान की कमी चुनाव में प्रत्याशी बनाए जाने के बाद यह लोगों से मिल रहे है, ऐसे में सपा का चंदौली (Chandauli) में अभी तक कोई खास तैयारी नहीं हो पाया है। पूर्व सांसद रामकिशुन यादव का कहना है, कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी से नाराज होने कि हम सभी बिना चुनाव भी क्षेत्र में रहे है। इसके बाद भी पहले विधानसभा और पिछले लोकसभा 2019 का टिकट नहीं दिया गया। अब 2024 में भी ऐसा ही है, ऐसे में लोगों की उम्मीद टूटती जा रही है।
हमको लेकर जनता में ज्यादा उम्मीद है, इस लिए जनता में सपा के प्रत्याशी से नाराजगी और उदासीनता है। समाजवादी पार्टी के चंदौली (Chandauli) से लगातार पिछड़ने को लेकर पूर्व सांसद रामकिशुन यादव का कहना है, कि समाजवादी पार्टी और विपक्ष की पार्टियां बीजेपी के खिलाफ ठीक से मुहिम नही चला पा रहे है। बीजेपी के जुमले और झूठ का जनता के बीच हम सभी सही से बता नहीं पा रहे है।