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भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन साथ मिलकर करेंगे पूरा, गगनयात्रियों ने प्रशिक्षण किया पूरा…

भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन साथ मिलकर करेंगे पूरा, गगनयात्रियों ने प्रशिक्षण किया पूरा...

ब्यूरो रिपोर्टः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने मिलकर एक्सिओम-4 (Axiom-4) मिशन पर काम शुरू किया है। यह सहयोग दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में बढ़ते साझेदारी का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। भारत-अमेरिका के संयुक्त स्पेस मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की उड़ान के लिए इसरो ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को प्राइम पायलट के रूप में चुना है। वहीं ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालाकृष्णन नायर को बैकअप पायलट के रूप में चुना गया है। एक्सिओम-4 (Axiom-4) मिशन को इन दोनों ने प्रशिक्षण के शुरुआती चरण को पूरा कर लिया है।

भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन

भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन साथ मिलकर करेंगे पूरा, गगनयात्रियों ने प्रशिक्षण किया पूरा...

एक्सिओम-4 (Axiom-4) मिशन एक अंतरिक्ष विज्ञान मिशन है, जो मुख्य रूप से पृथ्वी के वातावरण और जलवायु परिवर्तन पर अध्ययन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह मिशन विशेष रूप से पृथ्वी के आयनमंडल की संरचना और इसके विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए है। इसका उद्देश्य सौर गतिविधियों और वातावरण के बीच संबंधों की गहरी जानकारी प्राप्त करना है, जिससे हम प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का पूर्वानुमान बेहतर तरीके से कर सकें।

भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन साथ मिलकर करेंगे पूरा, गगनयात्रियों ने प्रशिक्षण किया पूरा...

एक्सिओम-4 (Axiom-4) के इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अपनी उपग्रह प्रक्षेपण और पेलोड के विकास में योगदान दे रहा है, जबकि NASA अपने तकनीकी विशेषज्ञता और अनुसंधान के साथ इसमें सहयोग कर रहा है। यह मिशन भारत और अमेरिका के अंतरिक्ष सहयोग को एक नई दिशा देने के साथ-साथ वैश्विक विज्ञान समुदाय के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।

भारत-अमेरिका Axiom-4 मिशन साथ मिलकर करेंगे पूरा, गगनयात्रियों ने प्रशिक्षण किया पूरा...

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इस तरह के सहयोगों से न केवल दोनों देशों के वैज्ञानिकों को नई खोजों और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में मदद मिलती है, बल्कि यह अंतरिक्ष अनुसंधान और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर इसरो एवं अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के संयुक्त प्रयास को पूरा करने के लक्ष्य की दिशा में दो गगनयात्रियों ने अगस्त 2024 के पहले सप्ताह से अमेरिका में अपना प्रशिक्षण शुरू किया था।

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