ब्यूरो रिपोर्टः 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले क्या बिखरने लगा हैं विपक्षी नेताओं का गठबंधन, विपक्षी नेता अब क्या अलग चलो का की राह पर निकल पड़े हैं। ये वो सवाल हैं जो एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार एक बयान के बाद उठने लगे हैं. जहाँ सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि विपक्षी गठबंधन से कांग्रेस का लेना देना नहीं है. कांग्रेस पार्टी 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है. ‘इंडिया’ गठबंधन को लेकर कोई काम नहीं हो रहा है. नीतीश कुमार का ये बयान उस दौरान आया हैं, जब यूपी अखिलेश यादव भी कांग्रेस ने खफा नजर आ रहे हैं।
जिसकी वजह भी मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव ही हैं। जहां अखिलेश यादव भी विधानसभा में कांग्रेस के साथ गठबंधन में सीटें चाहते थे। लेकिन वहां अखिलेश की बात नहीं बन पाई और उन्होंने कांग्रेस पर ऐसा बयान दिया था, जिससे गठबंधन को लेकर तकरार की खबरें सामने आने लगी। और अब नीतीश कुमार जो इंडिया गठबंधन के लिए नेताओं को इकट्ठा कर रहे थे, वही कांग्रेस पर तंज कसते नजर आ रहे हैं। क्योकि देशभर में विपक्षी दलों को एकत्र कर इंडिया गठबंधन की दिशा तय करने वाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ही थे. जो अब कांग्रेस पर तीखा हमला कर रहे है।
इसीलिए अब सवाल खड़े हो रहे हैं, की क्या 2024 से पहले इंडिया गठबंधन बिखर जाएगा, क्योकि गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ा राजनितिक है, लिहजार सभी सहयोगी दलों की नजर कांग्रेस की गतिविधियों पर हैं। एक तरफ 5 राज्यों के चुनाव में कांग्रेस खुद को मजबूत कर गठबंधन में ज्यादा सीटें पाना चाहती हैं, दूसरी और प्रादेशिक पार्टियां गठबंधन में सहारे केंद्र की सत्ता में दखल चाहती हैं। और भाजपा को मिलकर सत्ता से हटाने का सपना देख रही हैं।
लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल ये भी हैं की क्या इस तरह के बयानों को देकर विपक्षी दल भाजपा को फायदा पहुचनाने का काम नहीं हो रहा, गठबंधन के सहयोगियों के इन बयानों से जनता को कही भ्रम की स्थति न पैदा हो जाए. जिसका नुकसान उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में भी हो सकता हैं। ऐसे में देखना ये दिलचस्प होगा की कांग्रेस अब कैसे डैमेज कंट्रोल कर पाएंगी।