ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश में बुखार का कहर जारी है, मरीजो की सख्या लगातार बढी ही जा रही है, आपको बता दे कि किसी तरह का बुखार होने पर सबसे पहले बदन दर्द होता है जो तेजी के साथ बढ़ता जाता है. सबसे ज्यादा हाथ-पैरों में दर्द होता है.सबसे बड़ी चिंता कि आजकल बुखार होने पर प्लेटलेट्स तेजी से नीचे गिरती है. जो सेहत के लिए खतरे की घंटी है. प्लेटलेट्स कम होने पर ब्लीडिंग या लंग्स और लीवर में पानी भरने का जोखिम रहता है. यह जानलेवा भी हो सकता है।
इसलिए अगर कोई बुखार से पीड़ित है तो आयुर्वेदिक नुस्खे कारगर साबित हो सकते हैं. इनके इस्तेमाल से पुराना से पुराना बुखार आसानी से खत्म हो सकता है. सबसे बड़ी बात कि इसके साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते हैं. तो चलिए जानते हैं बुखार को जड़ से खत्म करने सबसे कारगर आयु्रवेदिक उपाय, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट ने बताया कि किसी भी तरह के फीवर को खत्म करने महंगी दवाओं के बावजूद आयुर्वेदिक औषधियों की मदद लेनी चाहिए।
बुखार के लिए बार-बार दवाइयों का सेवन गंभीर दुष्परिणाम वाले भी हो सकते हैं. ऐसे में खूबकला, काशनी, गिलोय, काला नमक और अजवाइन लेकर आयुर्वेदिक दवा बना सकते हैं. खूबकला, काशनी, गिलोय और अजवाइन की 100-100 ग्राम और काला नमक की आधी मात्रा लेकर एक मिट्टी के हांडी में सभी को अच्छी तरह से पका लें. इसके बाद दिन में दो बार इसका सेवन करें. इससे पुराने से पुराना बुखार जड़ से खत्म हो सकता है।