मुजफ्फरनगर (गौरव चौटाला): हरेंद्र मलिक (Harendra Malik)- खबर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से है ,जहां लोकसभा सीट पर एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार डॉक्टर संजीव बालियान को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है तो वहीं दूसरी तरफ सपा ने हरेंद्र मलिक (Harendra Malik) को मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। जिसके चलते दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी अब मैदान में उतरकर अपने अपने चुनाव प्रचार प्रसार में जुट गए है।
Harendra Malik ने नरेश टिकैत से लिया आर्शीवाद
चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर संजीव बालियान किसानों की राजधानी कहे जाने वाले सिसौली गांव में पहुँचे थे जहाँ उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत से आशीर्वाद लेकर अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। तो वहीं शनिवार को सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक (Harendra Malik) ने भी सिसौली में पहुंचकर चौधरी नरेश टिकैत से मुलाकात की। जिसके चलते राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा अब जोरो पर है।
कि दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी किसी न किसी तरह भारतीय किसान यूनियन को साधना चाहते हैं जिससे कि किसान उनकी पार्टी की तरफ अपना रुख कर सके। आपको बता दे की सपा प्रत्याशी और हरेंद्र मलिक (Harendra Malik)ओर चौधरी नरेश टिकैत कि इस वार्तालाप के बाद जहाँ एक ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत का कहना है कि यह तो सार्वजनिक घर है किसी पर कोई प्रतिबंध नहीं है सभी यहां पर आ सकते हैं यहाँ पर सभी का हक है ।
सिसौली के इस घर को सभी अपना मानते हैं इसे चुनाव से जोड़कर ना चले क्यूंकि चुनाव के लिए तो अलग सलाह मशवरा होगा। तो वही सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक (Harendra Malik) का कहना है कि हम लोग जब से चुनाव की राजनीति में आए हैं तभी से इस घर का आशीर्वाद लेते रहे हैं। इस दौरान गठवाना खाप के चौधरी बाबा श्याम सिंह मलिक ने भी भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एक हिंदू मुस्लिम का मामला था ।
जिसमें बीच गांव में संजीव बालियान ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया था कि मैं मुजफ्फरनगर का सांसद हूं शामली का नहीं बाबा श्याम सिंह मलिक ने कहा कि सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक (Harendra Malik) यहां पर आए हैं चौधरी साहब ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया है जिसे समझने वाले समझ गए है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की माने तो आशीर्वाद तो सभी को आशीर्वाद है यह तो एवं चौधरी साहब और सब आ रहे हैं तो सब अपनी सलाह मशवरा करेंगे।
और जो खाप चौधरी व जिम्मेदार है यह बातचीत ठीक ही हो जाएगी ऐसी बात नहीं है, यह तो आंदोलन चल नहीं रहे हैं क्या एवं दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन चल रहा था एवं अभी पंजाब में हरियाणा के किस बॉर्डरो पर पड़े हैं वही 14 तारीख में फिर है तो यह तो बहुत विरोध हो रहा है, सबका अपना अपना विचार है अब किसी को क्या कह दे लेकिन हमें तो थोड़ा सा यही मलाल है ।
कि और हम पहले भी कह रहे हैं की सलाह मशवरा लेकर चलते क्योंकि बहुत बड़ा परिवार कुनबा है और चौधरी चरण सिंह जी के साथ में एवं चौधरी अजीत सिंह की साथ में और जयंत जी के साथ में इनके साथ में रहे हैं और इन्होंने अकेलो ने निर्णय ले लिया तो और निर्णय लेना ही था ।
तो सब की सलाह मशवरा से लेते वही अच्छा लगता और हम तो धोखा भी नहीं कह सकते वह अपनी अलग-अलग सोच है पर कुल मिलाकर ठीक तो खेर हुआ नहीं पर चलो उनकी अपनी सोच है और अब देखो आगे चौधरी है एवं खाप चौधरी है क्या निर्णय लेते हैं वही कोई जगह-जगह जाए वह भी अच्छा नहीं लगता है।