Prayagraj – गंगा एक्सप्रेसवे जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्रयागराज (Prayagraj) से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है, अब लगभग तैयार है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से मेरठ से प्रयागराज की 594 किलोमीटर की दूरी अब 8 घंटे में तय की जा सकेगी, जो पहले 11 घंटे लगते थे।
निर्माण कार्य पूरी रफ्तार से जारी
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य मेरठ के बिजौली से शुरू होकर प्रयागराज तक चल रहा है। जिला प्रशासन इसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है ताकि इसे निर्धारित समय पर जनता के लिए खोल दिया जाए। यह एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, और प्रतापगढ़ होते हुए Prayagraj तक जाएगा, जिससे पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी।
औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
गंगा एक्सप्रेसवे के साथ इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी विकसित किया जाएगा, जिससे आसपास के इलाकों में रोजगार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर में 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है, जो भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ के लिए इस्तेमाल होगी। इसके अलावा, गंगा और रामगंगा नदियों पर बड़े पुल बनाए जा रहे हैं, जो एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेंगे। Prayagraj
यातायात की सुविधा के लिए विशेष सुविधाएं
गंगा एक्सप्रेसवे पर वाहन 120 किमी/घंटा की अधिकतम रफ्तार से दौड़ सकेंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं। मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा होंगे, और इसके अलावा, 12 स्थानों पर अतिरिक्त रैंप टोल प्लाजा बनाए जा रहे हैं, जिससे यातायात और सुविधाजनक होगा। Prayagraj
स्रोत
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