ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) जिले में थाई मांगुर मछली की तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने तस्करी के इस रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में अवैध रूप से लाई गई थाई मांगुर मछलियां भी बरामद की गई हैं, जो विभिन्न ताजे पानी के जलाशयों में छोड़ी जाती थीं।
Varanasi में मछली की तस्करी
वाराणसी (Varanasi) पुलिस ने विशेष अभियान चलाते हुए इस मछली तस्करी रैकेट का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने थाई मांगुर मछली को अवैध रूप से लाकर भारतीय जल निकायों में छोड़ने के लिए तैयार किया था, जिससे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता था। थाई मांगुर मछली, जो की विदेशी प्रजाति है, भारतीय जलाशयों में छोड़ने से पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है, क्योंकि यह प्रजाति स्थानीय मछलियों को नुकसान पहुंचा सकती है।
पुलिस ने जानकारी के बाद वाराणसी (Varanasi) शहर के विभिन्न इलाकों में दबिश दी और तस्करों के नेटवर्क का खुलासा किया। इस अभियान में 5 तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से थाई मांगुर मछलियों के अंडे और जिंदा मछलियां बरामद की गईं। बताया कि प्रतिबंधित थाई मांगुर की कीमत 10 लाख रुपये बताई गई है। बताया कि प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। प्रतिबंधित थाई मांगुर को खाने और पालने पर प्रतिबंध है।
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इस घटना ने मछली तस्करी के खिलाफ स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है। पुलिस विभाग और वन्यजीव सुरक्षा संगठन अब इस तरह की तस्करी को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। लोगों को भी अवैध मछली तस्करी के बारे में जागरूक किया जाएगा, ताकि इस तरह के खतरे से बचा जा सके और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा की जा सके। वाराणसी (Varanasi) पुलिस ने इस मामले में तस्करी के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए संबंधित न्यायालय में मामला दाखिल किया है और पुलिस जांच में जुटी हुई है।