ब्यूरो रिपोर्टः शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) आज किसानों का रेल रोको आंदोलन उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में आयोजित किया जाएगा। किसानों ने यह आंदोलन विभिन्न मांगों को लेकर शुरू किया है, जिसमें खासतौर पर कृषि कानूनों और फसलों की सही कीमत के मुद्दे प्रमुख हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस आंदोलन को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज के रेल रोको आंदोलन में किसान अपने अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना था कि इस आंदोलन के माध्यम से किसान सरकार से अपनी मांगों को लेकर कड़ा संदेश देना चाहते हैं।
Shambhu Border पर किसानो का आंदोलन
शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन के बीच, आज पंजाब में रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन का उद्देश्य किसानों के अधिकारों की रक्षा और कृषि कानूनों के खिलाफ उनके संघर्ष को जारी रखना है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस आंदोलन के बारे में जानकारी दी है और बताया कि किस स्थान पर किसान रेल रोको अभियान चलाएंगे। सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि पंजाब के विभिन्न स्थानों पर रेल रोको आंदोलन आयोजित किया जाएगा।
किसान नेता ने यह भी बताया कि इस आंदोलन का उद्देश्य केंद्र सरकार को यह संदेश देना है कि वे कृषि कानूनों को वापस लें और किसानों के हितों की रक्षा करें। किसान नेता पंधेर ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा। पंधेर ने यह भी कहा कि शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर यह आंदोलन शांतिपूर्ण होगा, लेकिन यदि सरकार ने किसानों की मांगों को नजरअंदाज किया तो आगामी दिनों में आंदोलन और तेज हो सकता है। उन्होंने बताया कि किसानों की मुख्य मांगों में कृषि कानूनों को वापस लेना, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सुरक्षा, और किसानों के लिए बेहतर कर्ज सुविधा शामिल है।
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इस रेल रोको आंदोलन के तहत किसान रेलवे ट्रैक पर बैठकर रेल सेवाओं को प्रभावित करेंगे। यह आंदोलन उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और अन्य कृषि प्रधान राज्यों में व्यापक स्तर पर होने की उम्मीद है। यह रेल रोको आंदोलन एक बड़ा विरोध प्रदर्शन है, जिसका उद्देश्य सरकार पर दबाव डालकर किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता दिलाना है। सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं होतीं।