ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश में अगले आठ से 10 दिन में सीएम योगी (CM Yogi) के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। नए मंत्रिमंडल में तीन से चार नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। वहीं, खराब प्रदर्शन और भ्रष्टाचार की शिकायतों के आधार पर दो से तीन मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। मंत्रिमंडल फेरबदल में कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे और 75 पार हो चुके नेताओं को आराम दिया जाएगा। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने राज्यस्तर से फीडबैक लेने के बाद अपना होमवर्क पूरा कर लिया है।
CM Yogi के मंत्रिमंडल का होगा विस्तार
सीएम योगी (CM Yogi) के मंत्रिमंडल में पश्चिमी यूपी की हिस्सेदारी बढ़ेगी। सीएम योगी (CM Yogi) के मंत्रिमंडल में नये चेहरों को मौका देने का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए संदेश देना भी है कि पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी। अभी हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने प्रतिष्ठित मिल्कीपुर सीट सहित 10 में से आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। सीएम योगी (CM Yogi) के मंत्रिमंडल में भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण समाज से हो सकता है।
जिसकी घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा से पहले हो सकती है। बता दें कि पहले भी इस तरह के अनुमान लगाए जा रहे थे, कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के नये अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है। दिल्ली में भाजपा ने 27 साल बाद वापसी की है। अब सबकी नजरे भाजपा के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हैं। वहीं, यूपी प्रदेश अध्यक्ष का नाम भी चौंका सकता है। भाजपा के जिलाध्यक्षों की सूची भी जल्द ही जारी की जाएगी।
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प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी इस पर स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव और महाकुंभ के आयोजन की वजह से प्रक्रिया कुछ धीमी हुई। जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने में अब कहीं कोई पेंच नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही जिलाध्यक्षों की सूची जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि सूची जारी होने में जो भी बिंदु सामने आए थे, सभी का निस्तारण हो गया है।