ब्यूरो रिपोर्टः भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी (Draupadi Murmu) मुर्मू ने हाल ही में कृषि क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने के लिए वैज्ञानिकों से आह्वान किया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं से आग्रह किया कि वे कृषि क्षेत्र में समस्याओं का समाधान खोजने के लिए नई और प्रभावी तकनीकों का विकास करें। उनका यह संदेश किसानों की कठिनाइयों को कम करने और देश के कृषि क्षेत्र को अधिक सतत और उत्पादक बनाने के लिए था।
Draupadi Murmu ने वैज्ञानिकों से आह्वान किया
कृषि में प्रौद्योगिकी का उपयोग
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने नवीनतम प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके समाधान करने पर जोर दिया। वैज्ञानिकों को कृषि उत्पादकता बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और संसाधनों का बेहतर उपयोग करने के लिए स्मार्ट कृषि तकनीकों का विकास करना चाहिए।
सतत और पर्यावरण मित्र कृषि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने सतत कृषि की ओर रुख करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने वैज्ञानिकों से अपेक्षाएँ व्यक्त कीं कि वे ऐसी कृषि पद्धतियों का विकास करें जो प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा करते हुए उत्पादकता में वृद्धि करें। जैविक खेती, वृष्टि जल संचयन और मृदा स्वास्थ्य के संरक्षण की दिशा में काम करना जरूरी है।
कृषि में विविधता और फसल चक्र का महत्व
उन्होंने फसल चक्र और कृषि विविधता को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। इससे न केवल मृदा की उर्वरता बनी रहती है, बल्कि कीटों और बीमारियों का नियंत्रण भी संभव हो पाता है।
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटना
राष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए वैज्ञानिक समुदाय से विशेष प्रयासों की उम्मीद जताई। यह बदलाव किसानों के लिए गंभीर चुनौती बन गया है, और इसके समाधान के लिए जलवायु-अनुकूल कृषि प्रौद्योगिकियाँ विकसित करना जरूरी है।
कृषि में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का समावेश
राष्ट्रपति ने कृषि क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देने की बात की। इसका उद्देश्य किसानों तक सही समय पर जानकारी पहुंचाना और उन्हें नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराना है।
कृषि शिक्षा और अनुसंधान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने यह भी कहा कि कृषि शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। वैज्ञानिकों को किसानों को प्रशिक्षण देने और शोध कार्यों के माध्यम से कृषि के उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए।
यह भी पढ़े: Chandrashekhar Azad का बयान आया सामने, यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की उठाई मांग…
राष्ट्रपति का यह आह्वान कृषि क्षेत्र के लिए एक दिशा-निर्देश है, जिसमें वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं से अपेक्षाएँ की गई हैं कि वे आधुनिक समाधान और नई तकनीकों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करें। उनके प्रयासों से कृषि क्षेत्र में न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों को बेहतर जीवन स्तर भी मिलेगा।