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Delhi की सियासत में जाति, धर्म और प्रवासी मुद्दों की एंट्री;

Delhi की सियासत में जाति, धर्म और प्रवासी मुद्दों की एंट्री;

ब्यूरो रिपोर्ट….. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल  ने दिल्ली (Delhi) के जाट समुदाय को आरक्षण देने का दांव चला तो भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर पूर्वांचलियों को फर्जी कहने का आरोप लगाया।दिल्ली की सियासत में अब जाति, धर्म और प्रवासी के मुद्दे ने एंट्री मारी है।

पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली (Delhi) के जाट समुदाय को आरक्षण देने का दांव चला तो भाजपा ने केजरीवाल पर पूर्वांचलियों को फर्जी कहने का आरोप लगाया। भाजपा का कहना है कि पूर्वांचलवासियों को फर्जी कहने वाले केजरीवाल के वायदे, उनके होर्डिंग्स और आचरण-नियत फर्जी हैं जो अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या को बुलाकर वोटर बनवाते हैं।

Delhi की सियासत में जाति, धर्म और प्रवासी मुद्दों की एंट्री;

इस लेकर बाकायदा भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली (Delhi) के सांसद और पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले मनोज तिवारी को मैदान में उतारा।मनोज तिवारी ने पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट कर केजरीवाल को घेरा फिर प्रेसवार्ता में कहा कि केजरीवाल और आप की एक बार फिर नियत दिल्ली के लोगों ने देखी है। उनकी हिम्मत कैसे हुई कि वे पूर्वांचलियों को फर्जी कहें।

Delhi की सियासत में जाति, धर्म और प्रवासी मुद्दों की एंट्री;

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पूर्वांचलवासी जब दिल्ली (Delhi) आते हैं तो मेहनत मजदूरी करते हैं और छोटा मकान लेकर सिर्फ गुजर-बसर करते हैं, लेकिन कभी अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं करते।शीशमहल में रहने वाले केजरीवाल तो दिल्ली के मालिक हैं, इसलिए सिग्नेचर ब्रिज से उन्हें धक्का दिलवाकर जान से मारने का प्रयास किया। उन्हें एक बार भी यह कहते हुए संकोच नहीं होता कि यूपी और बिहार के लोग फर्जी हैं, जबकि दिल्ली में 42 फीसदी वोटर पूर्वांचली हैं। केजरीवाल के बयान का जवाब 5 फरवरी को मिलेगा।

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