ब्यूरो रिपोर्ट: मौसम बदलने पर या फिर इंफेक्शन की वजह से यह समस्या हो जाती है। परन्तु खांसी Cough-जुकाम को ज्यादा दिन परेशान ना करने दें, क्योंकि यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसी ही स्थिति से खुद एक डॉक्टर को गुजरना पड़ा जिसके बारे में उन्होंने जानकारी दी। डॉ. ने ट्विटर पर लिखा कि बेंगलुरु में सर्दी खांसी (Cough) वाले वायरस की लहर काफी गंभीर है। उन्हें खुद रात में ऐसी खांसी हुई जिसका सामना पहले कभी नहीं करना पड़ा।
Cough-जुकाम होने पर बरते सावधानी
इसे कम करने के लिए नेबुलाइजेशन की मदद लेनी पड़ी। सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट ने आगे लिखा कि इस वायरस के अधिकतर मरीजों को एक्यूट ब्रोंकाइटिस हो रहा है। इस तरह के जुकाम-खांसी के पीछे कई सारे गंभीर कारण हो सकते हैं। जिसमें कोविड 19, कॉमन फ्लू, कोल्ड जैसे रेस्पिरेटरी इंफेक्शन सबसे प्रमुख हैं। दूसरा कारण वायु प्रदूषण और एलर्जी भी हो सकता है।
ये बीमारी खांसी (Cough), जुकाम में नाक बहना, व गले में सूजन के साथ ही शुरू होती है। यह 1 हफ्ते से ज्यादा परेशान करती है और हर दिन खतरनाक रूप लेती जाती है. इसमें दवा लेने से भी आराम नहीं मिलता व कुछ मरीजों को महीने भर भी ये समस्या झेलनी पड़ सकती है।
रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, मरीजों ने बताया कि यह जुकाम खांसी (Cough) इतना खतरनाक होता है कि आप खांसे बिना बोल भी नहीं पाते. यह बीमारी शुरू आम फ्लू की तरह होती है और गले में सूजन व हल्का बुखार होता है। बुखार उतरने के बावजूद खांसी (Cough) और बदन दर्द तकलीफें बढ़ाता रहता है। इन लक्षणों के दिखने पर आपको डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।
इस बीमारी में नेबुलाइजेशन तुरंत आराम दे सकती है। यह एक मेडिकल इलाज है जिसमें सांस के द्वारा दवा को सीधा फेफड़ों तक पहुंचाया जाता है। यह मशीन लिक्विड दवा को हल्की भाप या छोटी बूंदों में बदल देती है ताकि आराम से इनहेल किया जा सके।
सीओपीडी, अस्थमा, सिस्टिक फाइब्रोसिस के मरीजों को सांस फूलना, खांसी जैसे लक्षणों से जल्द आराम देने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। नाक और मुंह को ढककर रखें, मास्क पहनें, हाथों को अच्छी तरह साफ रखें, मरीज से सीधा संपर्क करने से बचें, बीमार होने पर घर पर रहें, बैलेंस डाइट लें