जालौन (सद्दाम हुसैन ): बुन्देलखण्ड का किसान हमेशा से ही दैवीय आपदाओं से त्रस्त रहा है, कभी अति बारिश से तो कभी सूखा से फसलें खराब होती रही है, और इस बार इल्ली के प्रकोप ने किसानों को फसलों को नष्ट कर दिया है, और किसानों के सामने आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। आपको बता दे कि जालौन में इस समय किसान हरी मटर की फसल में इल्ली के प्रकोप से परेशान है मटर की फसल इल्ली के कारण नष्ट हो रही है किसानों ने कड़ी मेहनत कर हरी मटर की फसल की बुबाई की थी।
उन्हें आशा थी कि इस वर्ष हरी मटर के दामों में उछाल रहेंगे जिससे उनकी हरी मटर की फली मंहगे दामों पर बिकेगी इसी के चलते किसानों ने हरी मटर की फसल बोई थी लेकिन उन्हें ये पता नही था कि इस बार भी उनकी बदकिस्मती उनका साथ नही छोड़ेगी इस बार इल्ली के प्रकोप ने किसानों पर मार कर दी है हालत ये है कि किसान हजारों रुपये खर्च कर 3 से 4 बार इल्ली को मारने वाली दवाओं का छिड़काव कर चुके है लेकिन फिर भी इल्ली का प्रकोप खत्म नही हो रहा है इल्ली ने मटर की फसल की हालत इतनी खराब कर दी है कि मटर में न ही फूल आ पा रहा है।
और न ही फली मजबूरी में किसान अपनी फसल की जुताई करने को मजबूर हो रहा है. जालौन के कोंच तहसील क्षेत्र के ग्राम मगरा में खेतों की फसल में इल्ली लगने से फसल नष्ट हो गई है जिसको लेकर किसानों ने अपना दर्द बयां किया।किसानों का कहना है कि उन्होंने दिन रात कड़ी मेहनत कर खेतों की रखवाली कर मटर की फसल तैयार की थी लेकिन इल्ली ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है सारी लागत व मेहनत बेकार हो गई है और अब मजबूरी में उनको अपनी फसल बखरनी पड़ रही है सबसे बड़ी समस्या है कि पूरा पैसा मटर की फसल को तैयार करने में लगा दिया था अब ये फसल बर्बाद होने पर अगली फसल की बुबाई कैसे होगी।