ब्यूरो रिपोर्ट… दाल भारतीय थाली का एक अहम हिस्सा है। ज्यादातर लोगों को चावल के साथ दाल (Legume) खाना पसंद होता है। दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत मानी जाती हैं और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स भी डाइट में दालों को शामिल करने की सलाह देते हैं।
Legume को खाने से पेट में बनती है गैस,
लेकिन अक्सर कुछ लोगों को दाल (Legume) खाने के बाद पेट में गैस और ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। दरअसल, इसका कारण दाल में मौजूद कुछ ऐसे तत्व हैं, जो पाचन के कठिन बना सकते हैं। कुछ दालों को खाने से पेट में गैस नहीं बनती है। वहीं, कुछ दालों का सेवन करने से पेट में बहुत अधिक गैस बनती है। ऐसे में, जिन लोगों को पहले से ही गैस्ट्रिक या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें इन दालों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
उड़द की दाल बनाती है गैस
उड़द की दाल का सेवन करने से पेट में बहुत अधिक गैस बनती है। दरअसल, यह दाल काफी भारी मानी जाती है और इसे पचाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में, जिन लोगों को पहले से ही गैस और ब्लोटिंग की समस्या है, उन्हें इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा, कमजोर पाचन वाले लोगों को भी इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
चना दाल खाने से बनती है गैस
चना दाल (Legume) सबसे ज्यादा खाई जाती है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। लेकिन इसे पचाना इतना आसान नहीं होता है। इसका सेवन करने से पेट में गैस और ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इस दाल का सेवन करते हैं, तो इसे कम से कम 4-5 घंटे के लिए भिगो दें और फिर इसे पकाएं।
मसूर की दाल से परहेज करें
मसूर की दाल (Legume) खाने में बहुत स्वादिष्ट लगती है और पोषण से भरपूर होती है। लेकिन इसे खाने के बाद कुछ लोगों को गैस, पेट फूलने और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इसका सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इन बातों का रखें ख्याल
दाल को भिगोकर पकाएं
अगर आप चाहते हैं कि दाल का सेवन करने के बाद पेट में गैस न बने, तो दाल को पकाने से पहले कम से कम 6-8 घंटे भिगोकर रखें। उसके बाद उसे अच्छे से उबालें या प्रेशर कुकर में पकाएं, ताकि वह जल्दी पच सके।
हींग का छौंक लगाएं
गैस की समस्या से बचने के लिए दाल में हींग का छौंका लगाएं। इससे न सिर्फ दाल का स्वाद बढ़ता है, बल्कि गैस की समस्या से भी बचा जा सकता है।