ब्यूरो रिपोर्टः खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर किसान 16 दिसंबर को केंद्र सरकार के खिलाफ बड़े प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। इस दौरान किसान केंद्र सरकार का पुतला फूंकेंगे और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। हालाकिं चल रहे किसान आंदोलन के 10 महीने आज पूरे हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक आज शंभू और खनाैरी बाॅर्डर (Khanauri Border) पर बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें बड़ी संख्या में किसानों से पहुंचने की खबर है। 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 18 दिसंबर को किसानों द्वारा ट्रेनें रोकने का ऐलान किया गया है।
Khanauri Border पर सरकार का पुतला फूंक
किसान संगठन केंद्र सरकार से कई अहम मुद्दों पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल का स्वास्थय बिगड़ता जा रहा है। और उनका वजन भी 12 किलो गिर चुका है। इससे भड़के किसानों ने वीरवार को संघर्ष तेज करने का एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को केंद्र, पंजाब व हरियाणा सरकार के पुतले फूंककर प्रदर्शन किए जाएंगे। इनमें कृषि कानूनों की वापसी, एमएसपी की गारंटी, और कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की मांगें प्रमुख हैं। किसान लंबे समय से इन मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं
किसान 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे, जिसमें किसान विभिन्न स्थानों से ट्रैक्टरों के साथ मार्च करेंगे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करेंगे। यह मार्च पंजाब के विभिन्न हिस्सों से शुरू होकर राज्यभर में व्यापक रूप से होगा। किसान संगठनों ने 18 दिसंबर को ट्रेन सेवाओं को रोकने का ऐलान किया है। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार पर दबाव बनाना है ताकि वे किसानों की मांगों पर ध्यान दें। ट्रेन रोकने से राज्य में परिवहन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, जिससे जनता को असुविधा हो सकती है।
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पंजाब में किसानों का खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर यह प्रदर्शन केंद्र सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती हो सकता है। किसानों के आंदोलन को देखते हुए राज्य और केंद्र सरकार दोनों के लिए यह एक जटिल स्थिति बन सकती है। प्रदर्शन की यह रूपरेखा स्पष्ट करती है कि किसान अब अपनी मांगों को लेकर और भी अधिक दबाव बनाने के लिए तैयार हैं। 16 और 18 दिसंबर को होने वाले इन प्रदर्शनों में भाग लेने वाले किसानों की संख्या को देखकर यह कहा जा सकता है कि यह प्रदर्शन राज्यभर में काफी प्रभावी हो सकता है।