ब्यूरो रिपोर्ट… सुबह खाली पेट बढ़े हुए ब्लड शुगर (blood sugar) लेवल को कंट्रोल करने के लिए आप इन खास सब्जियों के जूस का सेवन कर सकते हैं, जिससे होने वाले फायदे भी कुछ इस प्रकार हो सकते हैं।अगर आपकी फास्टिंग ब्लड शुगर (blood sugar) हमेशा 250 mg/dl से ज्यादा रहती है, तो यह डायबिटीज के गंभीर संकेत हो सकते हैं।
इस उच्च रक्त शर्करा का स्तर शरीर में इंसुलिन के उत्पादन या उपयोग में समस्या को दर्शाता है। समय रहते इसका इलाज न करने से शरीर में अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे हृदय रोग, किडनी खराब होना, आंखों की समस्याएं और तंत्रिका क्षति हो सकती हैं। ऐसे में, सही आहार, व्यायाम और डॉक्टर की सलाह के साथ शुगर को नियंत्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित चेकअप और जीवनशैली में सुधार से ब्लड शुगर (blood sugar) को नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है, जैसे- खाली पेट खीरे, करेला और टमाटर का जूस पीने से होने वाले फायदों के बारे में आयुर्वेद के विशेषज्ञ भी बताते हैं।जिनके अनुसार, खीरा, करेला और टमाटर का जूस डायबिटीज के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह जूस रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है और शरीर के मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखता है।
खीरा
खीरा रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है क्योंकि इसमें पोटेशियम, फाइबर और पानी की भरपूर मात्रा होती है। यह जूस पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और शरीर में ब्लड शुगर (blood sugar) के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है।
करेला
करेला डायबिटीज के रोगियों के लिए एक प्रभावी उपचार है। इसमें ‘चारेंटिन’ नामक यौगिक होता है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक है। करेला जूस रक्त में शुगर के स्तर को कम करता है और शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन का बेहतर उपयोग करने में मदद करता है।
टमाटर
टमाटर में विटामिन सी, लाइकोपीन और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर के शुगर को नियंत्रित करते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखते हैं। टमाटर जूस में इंसुलिन को सक्रिय करने की क्षमता होती है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है।
क्या कहता है आयुर्वेद
आगर खीरे, करेला और टमाटर का मिक्स जूस नियमित रूप से पीने से शरीर में शुगर के स्तर को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। यह जूस शरीर के इंसुलिन उत्पादन को बेहतर बनाता है, रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है, और जिगर तथा किडनी की कार्यप्रणाली को सुधारता है।