Posted inखबर / दिल्ली / राजनीति

भाजपा प्रतिनिधिमंडल election Commission से मिला, वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने की मांग की।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल election Commission से मिला, वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने की मांग की।

ब्यूरो रिपोर्टः भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में चुनाव आयोग (election Commission) से मुलाकात की और राज्य में वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने की मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट में कई अवैध नाम जोड़े गए हैं, जो चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी का कारण बन सकते हैं। भाजपा का कहना है कि यह घुसपैठी नाम चुनावी पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

भाजपाई election Commission से मिले

भाजपा प्रतिनिधिमंडल election Commission से मिला, वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने की मांग की।

भा.ज.पा. प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग (election Commission) से अनुरोध किया कि वोटर लिस्ट की जांच की जाए और उन नामों को हटाया जाए, जो भारत में अवैध रूप से निवास करने वाले लोग हैं। पार्टी का कहना है कि यह कदम चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित करने और देश के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए आवश्यक है।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल election Commission से मिला, वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने की मांग की।

दरअसल आपको बता दे कि दिल्ली में अवैध घुसपैठियों के मसले पर राजनीति सियासत गरम है। प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग (election Commission) से मुलाकात की। ऍर उन्होने वोटर लिस्ट से अवैध नाम हटाने की मांग की। आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़े गए अवैध घुसपैठियों में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी हैं। दिल्ली पुलिस भी इनकी वेरीफिकेशन कर रही है। अवैध रूप से रह रहे दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल election Commission से मिला, वोटर लिस्ट से घुसपैठियों के नाम हटाने की मांग की।

यह भी पढ़ें: farmar आंदोलन में सामने आई ये तश्वीर, क्या मोदी सरकार किसानो की मांग पर झुकेगी…  

चुनाव आयोग (election Commission) ने इस मुलाकात को संज्ञान में लिया और संबंधित अधिकारियों से मामले की जांच करने की बात कही। भाजपा प्रतिनिधिमंडल की इस पहल को आम चुनावों से पहले एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना जा रहा है, खासकर तब जब चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *